PoK Election: हिंसा के बीच चुनाव में इमरान की पार्टी को मिला साधारण बहुमत, विपक्ष का धांधली का आरोप

Pakistan Me Election : पीओके में विधानसभा चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shivani
Update: 2021-07-26 08:00 GMT

इमरान खान पाकिस्तान चुनाव डिजाइन इमेज

Pakistan Me Election : पाक अधिकृत कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) में रविवार को हुए विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी पीटीआई (PTI) को साधारण बहुमत (General Majority) हासिल हुआ है। खूनी हिंसा के बीच में चुनाव में इमरान की पार्टी 25 सीटें (Imran Party Won 25 Seats in Election) जीतने में कामयाब हुई है। वैसे चुनाव परिणाम की अभी तक आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

मतदान के दौरान हुई हिंसा की घटनाओं में इमरान की पार्टी के दो कार्यकर्ताओं की मौत हो गई जबकि पुलिस कर्मियों पर भी हमले किए गए। विपक्ष ने इस चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली किए जाने का आरोप लगाया है। विपक्ष का आरोप है कि प्रधानमंत्री इमरान ने चुनाव जीतने के लिए सारे नियम कानूनों को ताक पर रख दिया। इससे पहले 2016 में पीओके में हुए चुनाव में नवाज शरीफ के नेतृत्व वाली पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज ने चुनाव जीता था।

इमरान की पार्टी को मिलीं 25 सीटें

पीओके में विधानसभा चुनाव के दौरान बड़े पैमाने पर गड़बड़ी करने के आरोप लगाए गए हैं। हिंसा की घटनाओं में इमरान की पार्टी की पीटीआई के दो कार्यकर्ताओं के मारे जाने की खबर है। चुनाव परिणामों के मुताबिक पीटीआई को 25 सीटों पर जीत हासिल हुई है जबकि बिलावल भुट्टो के नेतृत्व वाली पीपीपी नौ सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब रही।


पिछले विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने वाली पीएमएल-एन इस बार पिछड़ गई। पार्टी इस बार सिर्फ छह सीटें जीत सकी है जबकि जम्मू कश्मीर पीपुल्स पार्टी और कश्मीर मुस्लिम कॉन्फ्रेंस को एक-एक सीट सीटों पर जीत हासिल हुई है। पीओके विधानसभा में कुल 53 सीटें हैं जिनमें 45 पर चुनाव कराया गया है। पांच सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित रखी गई हैं जबकि तीन सीटों पर विशेषज्ञों का नामांकन होगा। चुनाव नतीजों से साफ है कि पीओके में अब जल्द ही इमरान की पार्टी पीटीआई सरकार बनाएगी।

भारत ने किया पीओके में चुनाव का विरोध

पीओके में रविवार को मतदान का काम सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक चला। शाम पांच बजे के बाद मतदाताओं को मतदान केंद्र में घुसने की अनुमति नहीं दी गई। हालांकि जितने मतदाता मतदान केंद्र के भीतर मौजूद थे, उन सभी को मतदान करने का मौका दिया गया।

भारत ने पहले ही इस चुनाव को लेकर अपना रुख साफ कर दिया था। भारत का कहना है कि गिलगित-बाल्तिस्तान में चुनाव कराने का पाकिस्तान को कोई अधिकार नहीं है। भारत का कहना है कि सैन्य कब्जे वाले इस इलाके में स्थिति को बदलने की कोशिश बर्दाश्त नहीं की जा सकती।

मतदान के दौरान जमकर हुई हिंसा

पीओके में पहले पीटीआई, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बीच कड़े मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि इस चुनाव में पीटीआई दूसरे दोनों दलों को पछाड़ने में कामयाब रही। मतदान के दौरान हिंसा की घटनाएं भी हुई। कोटली जिले के चारहोई इलाके में एक मतदान केंद्र पर पीपीपी और पीटीआई के कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गई। इस घटना में पीटीआई के दो कार्यकर्ताओं के मारे जाने की खबर है।


पुलिस का कहना है कि हिंसा की इस घटना में दोनों कार्यकर्ताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुछ स्थानों पर कार्यकर्ताओं और पुलिसकर्मियों के बीच झड़प होने की भी खबर है। जमात-ए-इस्लामी के कार्यकर्ताओं के हमले में पांच पुलिसकर्मी घायल हो गए। दूसरी और मतदान के लिए तैनात किए गए चार सैनिकों की एक हादसे के दौरान मौत हो गई।

पुलिस सूत्रों का कहना है कि कई अन्य स्थानों पर भी हिंसा की घटनाएं हुई हैं जिनमें कई लोगों के घायल होने की खबर है। क्षेत्रीय चुनाव आयुक्त अब्दुल राशिद सुलेहरिया ने हिंसा की घटनाओं की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इन घटनाओं में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। हिंसा की घटनाओं के सिलसिले में विभिन्न पार्टियों से जुड़े कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।

विपक्ष ने लगाया धांधली का आरोप

इस बीच पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज ने पीओके चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली किए जाने का आरोप लगाया है। पार्टी की प्रवक्ता मरियम औरंगजेब ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए इमरान की पार्टी पीटीआई ने सारे नियम कानूनों की अनदेखी की है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस की मदद से इमरान की पार्टी ने यह चुनाव जीता।

पार्टी की उपाध्यक्ष मरियम नवाज ने भी कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वोटों की चोरी रोकने की पूरी कोशिश की है। इमरान की पार्टी ने धांधली के जरिए यह चुनाव जीता है। पीओके में 2016 में हुए चुनाव में पीएमएल-एन ने चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल की थी मगर इस बार पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है।

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