पाकिस्तान की घिनौनी चाल, कहा- हाफिज सईद के घर पर हुए ब्लास्ट का मास्टरमाइंड भारत की RAW का एजेंट
आतंकी संगठनों को अपनी सरजमीं पर पनाह देने वाले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) ने आरोप लगाया है कि आतंकी सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर हुए धमाके के पीछे एक भारतीय नागरिक है।
इस्लामाबाद: आतंकी संगठनों को अपनी सरजमीं पर पनाह देने वाले पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) ने आरोप लगाया है कि आतंकी सरगना हाफिज सईद के घर के बाहर हुए धमाके के पीछे एक भारतीय नागरिक है। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) मुईद यूसुफ ने रविवार को कहा कि बीते महीने 2008 के मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और प्रतिबंधित जमात-उद-दावा (JUD) के सरगना हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के घर के बाहर एक शक्तिशाली बम विस्फोट (Bomb Blast) के पीछे एक भारतीय नागरिक का हाथ था।
RAW से संबंधित है हमलावर !
पाकिस्तानी सुरक्षा सलाहकार मोईद युसूफ ने रविवार को इस मामले से जड़ी जानकारी देते हुए दावा किया कि आरोपी का संबंध भारत की खुफिया एजेंसी RAW (रिसर्च ऐंड अनैलेसिस विंग) से है।मोईद युसूफ ने कहा कि इन आतंकवादियों के पास से बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, फोरेंसिक विश्लेषण के जरिए, हमने मुख्य मास्टरमाइंड और इस आतंकवादी हमले के संचालकों की पहचान की है। आगे मोईद युसूफ ने कहा कि मुख्य मास्टरमाइंड भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ से संबंधित एक भारतीय नागरिक है और भारत में है।
पकिस्तान के पास सबूत
मोईद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि उनके पास पुख्ता सबूत और खुफिया जानकारी है कि 23 जून को लाहौर में हुए हमले को अंजाम देने वाले आतंकी भारत की खुफिया एजेंसी RAW ने स्पॉन्सर किए थे। उनका दावा है कि वित्तीय और फोन रेकॉर्ड्स से यह साबित हुआ है। मोईद यूसुफ ने कहा कि सरकार के पास फर्जी नाम, असली पहचान और संदिग्धों के ठिकाने हैं। यह बात अलग-अलग एजेंसियों के सहयोग के जरिए सामने आई है। वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) ने ट्वीट किया किया था कि उन्होंने अपनी टीम को आज विस्फोट की जांच के निष्कर्षों पर राष्ट्र को जानकारी देने का निर्देश दिया था।
आपको बता दें कि यह धमाका आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) के संस्थापक हाफिज सईद के घर के पास हुआ था। इसमें कम से कम 3 लोगों की मौत हो गई थी और करीब 24 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। लाहौर पुलिस (Lahore Police) के मुताबिक इस भीषण विस्फोट में करीब 30 किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया था। यही नहीं इसमें 'विदेश में बने सामान' का भी इस्तेमाल किया गया था। विस्फोट की वजह से घटनास्थल पर तीन फुट गहरा और 8 फुट चौड़ा गड्ढा बन गया।