Imran Khan: राष्ट्र के नाम सम्बोधन में इमरान ने कहा, आखिरी दम तक संघर्ष करूंगा

Imran Khan: सत्ता बचाने की जद्दोजहद में लगे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने गुरुवार को पाकिस्तान के आवाम को संबोधित किया।

Report :  Neel Mani Lal
Written By :  Bishwajeet Kumar
Update:2022-04-01 06:34 IST

प्रधानमंत्री इमरान खान (तस्वीर साभार : सोशल मीडिया)

Prime Minister Imran Khan : पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) अपनी ओर से सत्ता बचाने की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं। वे पाकिस्तान की जनता के सामने अपनी सफाई देने और विरोधियों को नीचा दिखाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री इमरान खान ने आज रात लगभग 40 मिनट तक टीवी पर लाइव संबोधन किया। इस संबोधन का ज्यादातर वक्त मजहबी तकरीरों में बीता। उन्होंने भारत, अमेरिका और पीएम मोदी (PM Modi) का जिक्र करते हुए एक बार फिर गोपनीय पत्र को विदेशी साजिश का हिस्सा बताया। अपने संबोधन में इमरान ने 'विदेशी साजिश' के अपने दावों को दोहराया और कहा कि एक विदेशी राष्ट्र उनकी स्वतंत्र विदेश नीति के खिलाफ काम कर रहा है। इस दौरान अपने संबोधन में इमरान विदेशी साजिश को लेकर संदेश भेजने वाले में अमेरिका का नाम ले बैठे। उसके बाद उन्होंने अमेरिका पर ही आरोपों की झड़ी लगा दी।

9/11 के हमले को लेकर इमरान ने बोला

इमरान खान ने कहा कि हमने अमेरिका का हमेशा साथ दिया। लेकिन उसने पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाए। 9/11 को अमेरिका में हुए हमले में कोई पाकिस्तानी नहीं था। मुशर्रफ का अमेरिका का हिमायती बनना सबसे बड़ी गलती थी। इमरान खान ने कहा, ''22 करोड़ की जनता के सामने कोई बाहरी मुल्क आएगा और कहेगा कि मुझे आपकी विदेश नीति पसंद नहीं है क्योंकि आप रूस चले गए थे। वो ऐसा कहना चाहते हैं मानो हम उनके नौकर हों। वो चाहते हैं कि इमरान को चले जाना चाहिए लेकिन उनके (विपक्ष) के आने से कोई दिक्कत नहीं होगी। दागी नेता अमेरिका की मदद से सत्ता हासिल करना चाहते हैं।"

इमरान ने कहा कि उनको मील गोपनीय लेटर में लिखा था कि इमरान चला जाता है तो हम पाकिस्तान को माफ कर देंगे। लेकिन ये अविश्वास प्रस्ताव नाकाम हुआ हम पाकिस्तान को देख लेंगे। ये 22 करोड़ लोगों के मुल्क को डराने की साजिश है। जब मैं पीएम बना तो मैंने कहा कि पाकिस्तान की फॉरेन पॉलिसी आजाद होनी चाहिए। हमारी पॉलिसी इंडिया के खिलाफ भी नहीं थी। जब उन्होंने कश्मीर में बदलाव किए तो मैंने हर फोरम पर उनका विरोध किया। हमें कहा जाता है कि मैंने अब्सोल्युटली नॉट क्यों कहा? मैंने तो अमन की बात की थी। मैंने कहा था कि हम आपके साथ जंग में नहीं हैं। मैं किसी के खिलाफ नहीं हूं। मेरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी 22 करोड़ लोग हैं। संडे को वोटिंग होगी। इस संडे को इस मुल्क का फैसला होगा। हम कहां जाएंगे।

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