मॉडल हो गई अंधी: एक गलती ने कर डाला ऐसा, हर कोई देख कांप उठा
एक वाकया सामने आया है। यहां पोलैंड में टैटू डिजाइनर की गलती की वजह से एक मॉडल के आंख की रोशनी चली गई। ये मॉडल अलेक्जेंड्रा सडोव्स्का रैपर पोपेक की तरह दिखना चाहती थी। जिसके लिए उसने अपनी आंखों को काला कराने का फैसला किया।
नई दिल्ली: आधुनिक दौर में काफी लोगों को टैटू बनवाने का बहुत होता है। लोग टैटू बनवाते टाइम होने वाला दर्द तक बर्दास्त कर लेते हैं, लेकिन टैटू जरूरी बनवाते हैं। लोग शरीर के किसी भी हिस्सें में कहीं भी टैटू को बनवाने का शौक रखते हैं। ऐसा ही एक वाकया सामने आया है। यहां पोलैंड में टैटू डिजाइनर की गलती की वजह से एक मॉडल के आंख की रोशनी चली गई। ये मॉडल अलेक्जेंड्रा सडोव्स्का रैपर पोपेक की तरह दिखना चाहती थी। जिसके लिए उसने अपनी आंखों को काला कराने का फैसला किया। तभी टैटू बनाने वाली की एक गलती से मॉडल की जिंदगी में अंधेरा छा गया।
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आंखों में भी काली स्याही इंजेक्ट
बता दें, आईबॉल टैटू को स्क्लेरल टैटू के रूप में भी जाना जाता है। इसे बनाने की प्रक्रिया के दौरान, मॉडल के आईबॉल में स्याही इंजेक्ट की जाती है जिससे सफेद हिस्सा भी काला दिखने लगता है। अलेक्जेंड्रा की आंखों में भी काली स्याही इंजेक्ट की गई थी जिसके बाद मॉडल को आंख से दिखना बंद हो गया।
मॉडल रैपर पोपेक जैसा लुक पाने के लिए, अलेक्जेंड्रा ने प्रक्रिया के लिए कथित तौर पर पिओटर ए पायोत्र नामक एक टैटू कलाकार के पास गई थी, जिसके बाद, एलेक्जेंड्रा की आंखों में दर्द होने लगा। पिओटर ए पायोत्र ने अलेक्जेंड्रा को बता दिया कि ये दर्द सामान्य है और दर्द निवारक दवाओं से इलाज किया जा सकता था।
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शरीर की स्याही का इस्तेमाल किया
लेकिन बाद में जांच में टैटू कलाकार की तरफ से की गई नासमझी का खुलासा हुआ। जिसकी वजह से मॉडल की आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा था। प्रोसेस के हिसाब से टैटू कलाकार ने शरीर की स्याही का इस्तेमाल किया, जो आंखों के संपर्क में नहीं आना चाहिए था। सामने आई रिपोर्टों ने यह भी दावा किया कि टैटू कलाकार के पास नाजुक प्रक्रिया करने के लिए आवश्यक स्किल और ट्रेनिंग नहीं थी।
साथ ही बॉटेड प्रोसेस के परिणामस्वरूप, मॉडल को एक आंख में पूर्ण अंधापन का सामना करना पड़ा। वह पूरी तरह से अपनी नजर खो सकती है। ऐसे में सामने आई रिपोर्ट ने बताया कि अलेक्जेंड्रा को अपनी देखनी की रोशनी प्राप्त करने के लिए तीन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा।
इस पर डॉक्टरों ने दावा किया है कि स्याही अलेक्जेंड्रा के ऊतकों तक पहुंच गई है और उसे उस आंखों की रोशनी दुबारा मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।
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