न्यूयॉर्क : भारतीय मूल के अनेक अमेरिकियों के साथ वहां की पुलिस का व्यवहार अनुचित हो सकता है। दरअसल एक हालिया सर्वेक्षण से उजागर हुआ है कि अमेरिका में निवास कर रहे भारतीय मूल के लोगों की ओर से अमेरिका में भेदभाव की रपट वहंा कानून लागू करने वाली एजेंसियों के पास चीनी मूल के अमेरिकियों की तुलना में कहीं अधिक की जाती है।
सर्वेक्षण के नतीजों के मुताबिक, भारतीय मूल के तकरीबन 17 फीसदी लोगों की शिकायत थी कि एशियाई होने के कारण उनको या उनके परविार के किसी सदस्य को अमेरिकी पुलिस ने अनुचित ढंग से रोका या उनके साथ बुरा व्यवहार किया, जोकि चीनी मूल के अमेरिकी निवासियों की तुलना में दो फीसदी ज्यादा है।
यह वाकया तब देखने को मिल रहा है, जब अमेरिका में 33 फीसदी भारतीय उच्च आयवर्ग के हैं, जोकि इस श्रेणी में चीनी मूल के 16 फीसदी और दक्षिण-पूर्वी एशियाई देशों के 11 फीसदी नागरिकों के मुकाबले बहुत ज्यादा है।
इसी हफ्ते प्रकाशित यह रपट ‘डिस्क्रिमिनेशन इन अमेरिका‘ नामक श्रंखला का हिस्सा है, जोकि नेशनल पब्लिक रेडियो, रॉबर्ट वुड जान्सन फाउंडेशन और हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के लिए करवाए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।
हार्वर्ड टी.एच. चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रो$फेसर रॉबर्ट ब्लेंडन ने कहा, ‘हमारे सर्वेक्षण में एशियाई मूल के उच्च आयवर्ग के अमेरिकावासियों को शामिल किया गया है, फिर भी सर्वेक्षण में पाया गया कि घरों, नौकरियों और कॉलेज में वे अनवरत भेदभाव के शिकार होते रहे हैं।’
यह सर्वेक्षण 26 जनवरी से लेकर नौ अप्रैल, 2017 के बीच करवाया गया था, जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर 18 साल से ज्यादा उम्र के 3,453 लोगों के नमूने लिए गए थे।