रूस में भी आर्थिक हालात बदतर, राष्ट्रपति पुतिन ने अंडे महंगे होने पर माफी माँगी
New Delhi: यूक्रेन के साथ युद्ध में फंसे रूस में आर्थिक हालात अच्छे नहीं हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। ऐसे में राष्ट्रपति ने महंगाई की समस्या के लिए सार्वजानिक रूप से माफी मांगी है।
New Delhi News: यूक्रेन के साथ युद्ध में फंसे रूस में आर्थिक हालात अच्छे नहीं हैं। महंगाई बढ़ती जा रही है। ऐसे में राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने महंगाई की समस्या के लिए सार्वजानिक रूप से माफी मांगी है। यही नहीं उन्होंने देश की अनिश्चित आर्थिक स्थिति को भी स्वीकारा है। अपने आप में यह एक दुर्लभ स्वीकारोक्ति है। दरअसल, इस साल की शुरुआत से रूस में अंडे की कीमतें 40 फीसदी बढ़ गई हैं। यह आंशिक रूप से देश में प्रमुख वस्तुओं की कमी के कारण है, क्योंकि उक्रेन पर हमला करने के बाद से रूस व्यापार प्रतिबंधों के घेरे में है।
सवाल-जवाब का सेशन
रूसी राष्ट्रपति ने रूसी मीडिया और जनता के सदस्यों के साथ साल के अंत में एक वार्षिक प्रश्न और उत्तर सत्र आयोजित किया था। इस सेशन में एक पेंशनभोगी महिला इरीना अकोपोवा ने राष्ट्रपति से अंडे और चिकेन की बढ़ती कीमतों के बारे में सवाल किया। इस पर पुतिन ने कहा- मैं इसके लिए माफी मांगता हूं, यह सरकार के काम की विफलता है।
उन्होंने कहा कि वस्तुओं की अधिक मांग के बावजूद देश में उत्पादन नहीं बढ़ा है। पुतिन ने कहा - मैं वादा करता हूं कि निकट भविष्य में स्थिति ठीक हो जाएगी। पुतिन ने कार्यक्रम में कहा कि इस साल मुद्रास्फीति बढ़कर 8 फीसदी तक पहुंच सकती है। यह सेंट्रल बैंक ऑफ रशिया के मुद्रास्फीति लक्ष्य से दोगुना है, जिसका लक्ष्य कीमतों में सालाना 4 फीसदी की वृद्धि करना है।
शुल्क कटौती की योजना
रूस उपभोक्ताओं के लिए लागत कम करने के प्रयास में 2024 की पहली छमाही में आयातित 1.2 बिलियन अंडों पर शुल्क में कटौती की योजना बना रहा है। आंकड़ों के अनुसार, रूस में कुल मिलाकर मुद्रास्फीति बढ़ रही है और बीते नवंबर में पिछले साल की तुलना में कीमतें 7.4 फीसदी बढ़ गईं थीं। रूस में कीमतों में भारी वृद्धि देश की अर्थव्यवस्था के लिए परेशानी का एक संकेत है, जो बढ़ती सैन्य लागत और देश पर पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच संघर्ष कर रही है। अर्थशास्त्री रूस के लिए अंधकारमय भविष्य की चेतावनी दे रहे हैं, हालांकि पुतिन ने दावा किया है कि देश एक नए विकास के चरण की ओर बढ़ रहा है।