Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में प्रर्दशन के बीच खुफिया बंकर से फरार हुए राष्ट्रपति राजपक्षे, पीएम को दी थी पहले ही जानकारी
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में पिछले काफी दिनों से चल रहे आर्थिक संकट के बीच हो रहे प्रर्दशन के बीच राष्ट्रपति को गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्रपति भवन छोड़कर फरार हो गए हैं।
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में पिछले काफी दिनों से चल रहे आर्थिक संकट के बीच राष्ट्रपति को गोटाबाया राजपक्षे राष्ट्रपति भवन छोड़कर फरार हो गए हैं। मौजूदा समय में राजपक्षे कहां है, इस बात की ठोस जानकारी अभी तक नहीं मिल सकी है मगर उनके विदेश फरार होने की बात कही जा रही है। सूत्रों का कहना है कि राजपक्षे को आंदोलनकारियों के एक न एक दिन राष्ट्रपति भवन में घुसने की पहले से ही आशंका थी।
इसी कारण उन्होंने राष्ट्रपति भवन में एक खुफिया बंकर बनवा रखा था। इसी खुफिया बंकर से राजपक्षे के फरार होने की बात कही जा रही है। श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि राष्ट्रपति भवन छोड़ने से पहले राष्ट्रपति राजपक्षे ने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे से बातचीत भी की थी। बातचीत के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति भवन छोड़ने की जानकारी देने के साथ ही जल्द ही पद से इस्तीफा दे देने की बात कही थी।
अलमारी के पीछे मिला खुफिया रास्ता
श्रीलंका में पैदा हुए आर्थिक संकट के खिलाफ पिछले तीन महीने से देश के लोगों ने बड़ा आंदोलन छेड़ रखा है। शनिवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने अप्रत्याशित कदम उठाते हुए देश के राष्ट्रपति राजपक्षे के आवास पर धावा बोल दिया और कुछ ही देर में राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। प्रदर्शनकारियों के इस कब्जे के बाद एक बड़ा खुलासा हुआ है। रविवार को जारी एक वीडियो में दिखाया गया है कि राष्ट्रपति भवन में खुफिया रास्ता बना हुआ था। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस खुफिया रास्ते के सामने लकड़ी की अलमारी फिट की गई थी। राष्ट्रपति भवन के फर्स्ट फ्लोर पर यह बंकर बनाया गया है।
अलमारी को इस तरह फिट किया गया था कि कोई इसे देखकर यह नहीं जान सकता कि इसके पीछे राष्ट्रपति भवन से बाहर निकलने का खुफिया रास्ता बना हुआ है। अलमारी को हटाने के बाद इस खुफिया रास्ते के बारे में जानकारी मिली। प्रदर्शनकारियों का दावा है कि राष्ट्रपति राजपक्षे इसी खुफिया बंकर के सहारे राष्ट्रपति भवन से फरार हुए हैं। इसके पहले उन्होंने बड़े-बड़े सूटकेसों में अपने जरूरी सामान सुरक्षाकर्मियों के जरिए बाहर भेज दिए थे। पानी के जहाज पर इन सूटकेसों को लादने का वीडियो सोशल मीडिया पर पहले ही जारी हो चुका है।
फरारी से पहले प्रधानमंत्री से की बात
श्रीलंका के प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि राष्ट्रपति भवन से फरारी के पहले राजपक्षे ने प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे से बातचीत भी की थी। उनका कहना था कि वे राष्ट्रपति भवन छोड़ने के साथ ही जल्द ही देश के राष्ट्रपति पद से भी इस्तीफा दे देंगे। बाद में राजपक्षे ने 13 जुलाई को पद छोड़ने की बात कही है। राजपक्षे के खिलाफ प्रदर्शनकारियों में इतना जबर्दस्त गुस्सा है।
अब उनके लिए पद पर बने रहना संभव नहीं दिख रहा। जानकारों का कहना है कि इसी कारण उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा की है। प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन में नोटों का बंडल भी हाथ लगा है। जानकारों के मुताबिक प्रदर्शनकारियों को 1.78 करोड़ श्रीलंकाई रुपया कैश मिला है और इस रकम को सेना के हवाले कर दिया गया है।
देश में अंतरिम सरकार की कवायद तेज
इस बीच श्रीलंका में सर्वदलीय अंतरिम सरकार के गठन की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। राजपक्षे के इस्तीफे के बाद स्पीकर को एक महीने के लिए अंतरिम राष्ट्रपति की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। उधर विपक्षी दलों ने अंतरिम सरकार के गठन की कवायद तेज करते हुए विचार-विमर्श शुरू कर दिया है। देश के मुख्य विपक्षी दल समागी जन बालवेगया और उसके सहयोगी दलों की ओर से जल्द ही अंतरिम सरकार के गठन के लिए विशेष बैठक बुलाई जा सकती है। अगर विपक्षी दल अंतरिम सरकार बनाने में कामयाब रहे तो यह पिछले दो महीने के दौरान तीसरी सरकार होगी।
श्रीलंका के आर्थिक और राजनीतिक हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अंतरिम सरकार के गठन के बाद भी देश की समस्या सुलझती हुई नहीं दिख रही है। जानकारों का कहना है कि देश में मजबूती स्थायी सरकार न होने की वजह से संकट दिन-प्रतिदिन और गहराता जा रहा है। विक्रमसिंघे इस संकट को सुलझाने की कोशिश में जुटे हुए थे मगर अब उन्हें भी पद छोड़ना पड़ा है अब ऐसे में अगली सरकार के लिए भी सत्ता कांटों का ताज ही साबित होगी।