Rajnath Singh visit UK: राजनाथ सिंह का ब्रिटेन दौरा काफी अहम, 22 साल बाद भारतीय रक्षा मंत्री की यात्रा, कई रक्षा करारों पर लग सकती है मुहर
Rajnath Singh visit UK: 22 साल बाद कोई भारतीय रक्षा मंत्री ब्रिटेन के दौरे पर पहुंचा है। 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई थी।
Rajnath Singh visit UK: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की ब्रिटेन यात्रा को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। रक्षा मंत्री की इस दो दिवसीय यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कई रणनीतिक और रक्षा करारों पर मुहर लगने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरे में एक महत्वपूर्ण बिंदु यह भी है कि 22 साल बाद कोई भारतीय रक्षा मंत्री ब्रिटेन के दौरे पर पहुंचा है। 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा हुई थी।
पीएम मोदी ने इस संबंध में ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से बातचीत की थी। सूत्रों के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की इस यात्रा के दौरान रक्षा सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी। रक्षा मंत्री ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और रक्षा मंत्री ग्रैंट शेप्स से इस बाबत बातचीत करेंगे। रक्षा मंत्री के साथ एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल आठ जनवरी यानि सोमवार को ब्रिटेन के दौरे पर पहुंचा है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री से भी करेंगे मुलाकात
रक्षा मंत्री की ब्रिटेन यात्रा को भारत और ब्रिटेन के मजबूत होते रिश्तों के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दोनों देश विभिन्न मुद्दे पर एक-दूसरे का समर्थन करते रहे हैं और रक्षा मंत्री की यह यात्रा दोनों देशों के बीच भरोसा जगाने में मददगार साबित होगी। अपनी इस यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री महात्मा गांधी और डॉक्टर बीआर अंबेडकर मेमोरियल का भी दौरा करेंगे।
रक्षा मंत्री की इस यात्रा के दौरान उनके साथ डीआरडीओ के प्रतिनिधि और डिफेंस इंडस्ट्री के लीडर्स भी ब्रिटेन के दौरे पर पहुंचे हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उनके साथ पहुंचे प्रतिनिधियों की मुलाकात ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और विदेश मंत्री डेविड कैमरून के साथ भी होगी। ब्रिटिश रक्षा मंत्री के साथ भी राजनाथ सिंह की महत्वपूर्ण चर्चा होगी। ऋषि सुनक जी-20 समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंचे थे। सुनक की इस यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रिश्ते में काफी मजबूती दिखी थी।
रक्षा और आर्थिक रिश्तों में आएगी मजबूती
रक्षा मंत्री की यात्रा इस नजरिए से भी काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि ब्रिटेन में हाल के दिनों में खालिस्तान से जुड़े हुए तत्वों की काफी सक्रियता दिखी है। भारत समय-समय पर ब्रिटेन में खालिस्तानी तत्वों की बढ़ती सक्रियता पर चिंता जताता रहा है। माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान इस मुद्दे पर भी चर्चा होगी। इसके साथ ही दोनों देश और रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने की दिशा में भी बातचीत करेंगे।
जिन देशों के साथ भारत के रणनीतिक संबंध काफी मजबूत हैं, उन टॉप फाइव देशों में ब्रिटेन भी शामिल है। इसके साथ ही ब्रिटेन की कई बड़ी कंपनियां भी भारत में अपना कारोबार बढ़ाने की इच्छुक हैं। इन कंपनियों ने इस दिशा में काम करना भी शुरू कर दिया है जबकि भारत सरकार भी विदेशी निवेश को बढ़ावा देने की कोशिश में जुटी हुई है। जानकार सूत्रों का कहना है कि रक्षा मंत्री की इस यात्रा के बाद दोनों देशों के रक्षा और आर्थिक रिश्तों में काफी मजबूती आने की संभावना है।