Russia Ukraine issue: चीन की अमेरिका को धमकी, ताइवान से दूर रहे नहीं तो बड़ी कीमत चुकानी होगी
Russia Ukraine issue: यूक्रेन पर रूस युद्ध के बीच, ताइवान की स्वतंत्रता (Taiwan's independence) का समर्थन करने के लिए चीन (China) ने अमेरिका (America) को 'भारी कीमत' चुकाने की चेतावनी दी है।
New Delhi: ताइवान की स्वतंत्रता (Taiwan's independence) का समर्थन करने के लिए चीन (China) ने अमेरिका (America) को 'भारी कीमत' चुकाने की चेतावनी दी है। चीन की ये चेतावनी अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बिडेन (US President Joe Biden) की एक टीम के ताइवान दौरे के चलते आई है।
ताइवान और अमेरिका के अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण ( russia ukraine war) ने ताइवान पर मंडरा रहे बड़े खतरे को और विकराल कर दिया है। अमेरिका का आरोप है कि चीन इस द्वीप पर जबरन कब्जा करने की फिराक में है। राष्ट्रपति जो बिडेन (President Joe Biden) ने पूर्व अमेरिकी रक्षा अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल ताइपे भेजा हुआ है क्योंकि ये आशंका है बीजिंग ताइवान के खिलाफ कार्रवाई का प्रयास कर सकता है। स्व-शासित द्वीप यूक्रेन में रूस के सैन्य हमले के समान है।
चीन ने दी अमेरिका को चेतावनी
इस नए घटनाक्रम पर चीन ने अमेरिका को चेतावनी दी कि वह ताइवान की स्वतंत्रता के लिए समर्थन दिखाने के अपने प्रयासों के लिए "भारी कीमत" चुकाएगा। ताइवान की मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि अमेरिका के पूर्व संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ माइक एडमिरल मुलेन की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ताइवान पहुंचा है जहां विदेश मंत्री जोसेफ वू ने उनका स्वागत किया है। पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Former US Secretary of State Mike Pompeo) कल ताइवान पहुंचने वाले हैं।
चीन ने हाल के महीनों में ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में अपने वायु सेना के सैकड़ों जेट विमानों को भेजने के अलावा सैन्य तैयारियों को तेज कर दिया है, इसके अलावा अपने नौसैनिक बल को मजबूत किया है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Former US President Donald Trump) के कार्यकाल के दौरान चीन विरोधी बयानबाजी के लिए जाने जाने वाले मुलेन और पोम्पिओ दोनों ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन से मिलने वाले हैं।
अमेरिका द्वारा ताइवान को समर्थन दिखाने का प्रयास व्यर्थ होगा- चीनी प्रवक्ता वांग वेनबिन
अमेरिकी अधिकारियों की यात्रा के बारे में पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने कहा है कि चीनी लोग राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ हैं। उन्होंने कहा - अमेरिका द्वारा ताइवान को समर्थन दिखाने का प्रयास व्यर्थ होगा, चाहे उसने किसी को भी भेजा हो। चीन अमेरिका से एक-चीन सिद्धांत का पालन करने का आग्रह करता है।
उन्होंने पिछले शनिवार को ताइवान के पास विवादित समुद्री क्षेत्र में अमेरिकी मिसाइल विध्वंसक जहाज की मौजूदगी की निंदा करते हुए कहा कि अमेरिका के कदम ताइवान के विद्रोह के पतन को और तेज गति प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका को उसके साहसिक कृत्यों के लिए भारी कीमत चुकानी होगी।उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका इस से चीन को डराना चाहता है, तो 1.4 अरब चीनी लोगों के अपने दृढ़ निश्चय में एकजुट होने के बाद, तथाकथित सैन्य प्रतिरोध कुछ बिगाड़ नहीं पायेगा और कबाड़ सिद्ध होगा।