Russia Ukraine War: रूस के मिलिट्री कैंप पर हमले में 11 सैनिकों की मौत, 15 घायल

Russia Ukraine War: रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यह हमला रूस के दक्षिणी-पश्चिमी इलाके में बेलगोरोड क्षेत्र में हुआ है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Update: 2022-10-16 02:39 GMT

Russia Ukraine War  (फोटो:सोशल मीडिया 

Russia Ukraine War: यूक्रेन के खिलाफ जंग छेड़ने वाले रूस को भारी झटका लगा है। रूस के मिलिट्री कैंप पर दो हमलावरों की अंधाधुंध फायरिंग में 11 रूसी सैनिकों की मौत हो गई जबकि 15 से ज्यादा रूसी सैनिक घायल बताए जा रहे हैं। रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक यह हमला रूस के दक्षिणी-पश्चिमी इलाके में बेलगोरोड क्षेत्र में हुआ है।

यह इलाका यूक्रेन की सीमा के नजदीक है जिसके खिलाफ रूसी सेना ने जंग छेड़ रखी है। रूस के रक्षा मंत्रालय ने इसे आतंकवादी हमला बताया है। रूसी सेना की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावरों को भी मार गिराया गया है।

कैंप में जंग के लिए चल रही थी ट्रेनिंग

रूस के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी बयान में मिलिट्री कैंप पर हमला करने वाले दोनों बंदूकधारियों के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी गई है। हालांकि बयान में यह बताया गया है कि दोनों बंदूकधारी पूर्व सोवियत राज्यों से जुड़े हुए थे। मंत्रालय के बयान में बताया गया है कि रूसी सेना ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की है जिसमें दोनों आतंकवादियों को मार गिराया गया है। बेलगोरोड क्षेत्र के जिस कैंप पर बंदूकधारियों ने हमला किया है, वहां यूक्रेन से लड़ने वाले नागरिकों को सैन्य प्रशिक्षण दिया जा रहा था। बंदूकधारियों की गोलियों का शिकार बनने वाले लोग यूक्रेन के खिलाफ जंग में उतारे जाने थे।

घटना के संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक अंधाधुंध फायरिंग करने वाले दोनों बंदूकधारी भी अन्य सैनिकों के साथ फायरिंग की प्रैक्टिस कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहे अन्य सैनिकों पर फायरिंग शुरू कर दी। अचानक की गई इस फायरिंग में 11 रूसी सैनिकों की मौत हो गई। अचानक हुई इस घटना से अफरातफरी मच गई। रूसी सैनिकों ने तत्काल जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों हमलावरों को मार गिराया।

पुतिन के फैसले का भारी विरोध

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने इन दिनों यूक्रेन के खिलाफ सैन्य एक्शन तेज कर दिया है। रूसी सेना को ताकतवर बनाने के लिए पुतिन ने आम नागरिकों को भी सेना में शामिल करने का फैसला किया है। हाल में पुतिन ने तीन लाख रिजर्व सैनिकों को जंग में उतारने की घोषणा की थी। यूक्रेन के चार इलाकों को रूस में मिलाने से पहले यह ऐलान किया गया था।

रूसी सेना ने अपने इस अभियान को पूरा कर लिया है। पुतिन ने जंग के इस माहौल में रिजर्व सैनिकों की भर्ती को जरूरी बताया था जबकि उनके इस फैसले का भारी विरोध किया जा रहा है। रूस में फैसले का विरोध करने वाले हजारों लोगों की गिरफ्तारियां भी की गई हैं। इस हमले को पुतिन के फैसले के विरोध से भी जोड़कर देखा जा रहा है।

यूक्रेन के शहरों पर रूस का मिसाइल अटैक

रूसी सेना की ओर से पिछले हफ्ते यूक्रेन पर जबर्दस्त मिसाइल अटैक किया गया था। यूक्रेन के 12 शहरों पर किए गए इस हमले में तमाम लोगों के मारे जाने की खबर है। इस मामले में काफी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं। हमले के बाद जारी बयान में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि उन्हें यूक्रेन पर मिसाइल हमले का तनिक भी अफसोस नहीं है। उनका यह भी कहना था कि फिलहाल युक्रेन पर और मिसाइल हमले की जरूरत नहीं है।

पुतिन की ओर से नोटों की सेना को चेतावनी भी दी गई है। उन्होंने कहा कि यदि नाटो की सेनाएं रूस के साथ सीधे टकराती हैं तो इससे वैश्विक तबाही का खतरा पैदा हो सकता है। नाटो की ओर से जंग में यूक्रेन की मदद किए जाने की घोषणा के बाद पुतिन ने यह चेतावनी दी थी।

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