Russia Victory Day: 'यूक्रेन पश्चिम का बंधक, ये लोग रूसोफोबिया चला रहे', विक्ट्री डे परेड पर गरजे राष्ट्रपति पुतिन

Russia Victory Day: रूस की राजधानी में मास्को में 'विक्ट्री डे परेड' का आयोजन हुआ। इस मौके पर अपने 10 मिनट के भाषण में राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में पश्चिमी देशों की भूमिका को लेकर उन्हें आड़े हाथों लिया। कहा, ये लोग रूसोफोबिया (Russophobia) चला रहे हैं।

Update:2023-05-09 21:42 IST
व्लादिमीर पुतिन (Social Media)

Russia Victory Day: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस की राजधानी मॉस्को में 'विक्ट्री डे परेड' (Victory Day Parade Russia) का आयोजन किया गया। इस परेड को रूस के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है। इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने कहा कि, 'हमारे लिए मातृभूमि से बढ़कर कुछ नहीं है। आज सभ्यता फिर से एक निर्णायक मोड़ पर है। हमारे देश के खिलाफ एक वास्तविक युद्ध (Real War) शुरू हो गया है। हम अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।'

राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने संबोधन में पश्चिमी देशों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, 'पश्चिम देश भूल गए हैं कि नाजियों को कैसे हराया गया था? अब ये लोग रूसोफोबिया (Russophobia) चला रहे हैं। जिसका मकसद हमारे देश को विघटित करना है। पुतिन ने कहा, 'वर्चस्व की कोई विचारधारा स्वीकार्य नहीं है। लेकिन, पश्चिम के देश अपनी विशिष्टता में विश्वास रखते हैं। इसे बनाए रखने के लिए युद्ध छेड़ते हैं।'

जिस तरह 'नाजीवाद' का अंत हुआ...

पुतिन ने अपने भाषण में पश्चिमी देशों पर आरोप लगाया कि उन्होंने रूस के खिलाफ जंग छेड़ रखी है। व्लादिमीर पुतिन का ये संबोधन यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (President of Ukraine Volodymyr Zelensky) के भाषण के बाद आया है। दरअसल, जेलेंस्की ने कसम खाई है कि जिस तरह से 'नाजीवाद' का अंत हुआ, उसी तरह से रूस को भी खत्म किया जाएगा।'

वो द्वितीय विश्व युद्ध के नतीजों को इनकार करने में जुटे

रूसी राष्‍ट्रपति पुतिन ने आगे कहा, 'पश्चिमी देश नाजीवाद के लिए एक रास्ता तैयार कर रहे हैं। पुतिन का कहना था कि पश्चिमी देश रूस पर नए हमले की तैयारी में जुटे हैं। वो द्वितीय विश्व युद्ध (Second World War) के नतीजों को इनकार करने में जुटे हैं। पुतिन ने इस दौरान मिलिट्री वेटरन्स, ऑफिसर्स सहित अन्य लोगों को बधाई दी।

...ताकि पश्चिमी देश तानाशाही चला सकें

आपको बता दें, इस बार रूस की ये 78वीं विक्ट्री डे परेड थी। रूस, हर साल 09 मई को विक्ट्री डे परेड का आयोजन करता है। ये द्वितीय युद्ध में मिली जीत के जश्न के तौर पर मनाया जाता है। पुतिन ने आगे कहा, 'युद्ध भड़काकर उथल-पुथल करना और पारंपरिक मूल्यों को खत्म करना, पश्चिमी देशों की आदत में शुमार रहा है। राष्‍ट्रपति पुतिन ने परेड में ये भी कहा कि, पश्चिमी देश ऐसा करते हैं ताकि वो अपनी तानाशाही चला सके। लूट और हिंसा को अंजाम दे सकें।'

पश्चिम देशों में स्मारकों को नष्ट कर दिया जाता है

राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, 'हम भी और अन्य की तरह शांति, आजादी और स्थिरता चाहते हैं। कुछ देश विकास के किसी भी 'संप्रभु केंद्र' को नष्ट करना चाहते हैं। पश्चिम देशों में स्मारकों को नष्ट कर दिया जाता है, नाजीवाद का पंथ बनाया जाता है। यह दुर्व्यवहार भी एक अपराध है।'

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