यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस ने 16 हज़ार सैनिकों वाले इस छोटे देश को दी चेतावनी
Russia Warn To Lithuania: यूक्रेन के साथ चल रहे युद्ध के बीच रूस ने पड़ोसी देश लिथुआनिया को युद्ध की धमकी दी है। बता दें लिथुआनिया ने हाल ही में रूस तक रेल से सामान ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
Russia threatens Lithuania : रूस और यूक्रेन के बीच करीब 4 महीने से जंग (Russia Ukraine War) छिड़ा हुआ है। इस युद्ध में रूस ने यूक्रेन के शहरों को बुरी तरह बर्बाद कर दिया है। अब इस युद्ध के बीच रूस ने अपने पड़ोसी देश लिथुआनिया (Lithuania) को कड़ी चेतावनी दी है। दरअसल लिथुआनिया ने रूस में रेल के जरिए सामानों के आने-जाने पर रोक लगा दिया है। इसी बात से गुस्साए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने लिथुआनिया को चेतावनी दी है कि इस फैसले का ऐसा जवाब दिया जाएगा कि वहां के नागरिक दर्द महसूस करेंगे। रूस द्वारा युद्ध की धमकी मिलने पर लिथुआनिया ने भी रूस को करारा जवाब देते हुए कहा कि 'हम तैयार हैं'।
मात्र 16 हज़ार सैनिकों वाला देश है लिथुआनिया
1991 से पहले लिथुआनिया देश सोवियत संघ का सदस्य हुआ करता था। मगर 1991 में जब सोवियत संघ टूट गया तो लिथुआनिया को एक अलग देश का दर्जा मिल गया। जिसके बाद लुधियाना साल 2004 में सैन्य संगठन नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन (NATO) में शामिल हो गया। लिथुआनिया ने रूस की चेतावनी पर उसे जवाब दो दे दिया है मगर आपको यह बात जानकर हैरानी होगी कि लुधियाना देश के पास केवल 16,000 सैनिक है। अब देखना होगा की अगर युद्ध होता है तो 28 लाख की आबादी वाला छोटा सा देश लिथुआनिया रूस के 10 लाख सैनिकों वाली सेना का सामना किस कदर अपने 16 हज़ार सैन्य कर्मियों के साथ करता है।
क्यों पैदा हुआ रूस और लिथुआनिया के बीच मनमुटाव
रूस यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के चलते यूरोपियन यूनियन द्वारा रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इन्हीं प्रतिबंधों का हवाला देते हुए हाल ही में लिथुआनिया ने रूस के कैलिनिनग्राद से होकर गुजरने वाली सभी ट्रेनों पर प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल रूस का कैलिनिनग्राद प्रांत नाटो देश के सदस्य देश लिथुआनिया तथा पोलैंड के सीमाओं से सटा हुआ है। जिसके कारण लिथुआनिया ने रेल के जरिए रूस तक सामानों की सप्लाई करने पर इस रास्ते को बंद कर दिया है। रूस लिथुआनिया द्वारा लिए गए इसी फैसले के कारण इन दिनों आग बबूला है।