Russia में राष्ट्रीय शोक, पुतिन बोले- मैं कसम खाता हूं, हमले के गुनहगार को बख्शेंगे नहीं...133 लोगों की मौत
Moscow Terrorist Attack: रूस के मॉस्को के बाहरी इलाके में एक कॉन्सर्ट हॉल में हुए टेररिस्ट अटैक में जान गंवाने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। राष्ट्रपति पुतिन ने शोक की घोषणा की।
Putin on Moscow Attack : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने मॉस्को के एक कंसर्ट हॉल में हुए आतंकी हमले की कड़ी शब्दों में निंदा की। राष्ट्रपति ने देश में राष्ट्रीय शोक की भी घोषणा की। अपने संबोधन में पुतिन ने कहा, 'कई निर्दोष लोग क्रोकस सिटी हॉल (Crocus City Hall) में आतंकवादी हमले के शिकार हुए। मुझे यकीन है कि आतंकवादी हमले के पीड़ितों की जान बचाने के लिए डॉक्टर हर संभव कोशिश करेंगे।
व्लादिमीर पुतिन ने ये भी कहा कि, 'इस हमले के पीछे जो भी हैं, मैं कसम खाता हूं कि वे बख्शे नहीं जाएंगे। उन्होंने ये भी दावा किया कि बंदूकधारियों ने यूक्रेन भागने की कोशिश की।'
पुतिन- आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सभी साथ देंगे
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार (23 मार्च) को कहा, 'सभी अपराधियों की पहचान की जाएगी। किसी को भी नहीं बख्शेंगे। उन्होंने उम्मीद जताई कि अन्य देश भी आतंकवाद के खिलाफ उनकी इस लड़ाई में साथ देंगे। राष्ट्रपति पुतिन ने 24 मार्च को देश में एक दिन के शोक की घोषणा की। इस हमले की वजह से रूस में सभी प्रमुख कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। इनमें रूस और पराग्वे के बीच सोमवार को मॉस्को में होने वाला मैत्रीपूर्ण फुटबॉल मैच भी शामिल था।
रूस ने बताया आतंकी हमला, ISIS ने ली जिम्मेदारी
आपको बता दें, रूस ने इसे आतंकी हमला बताया है। आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। क्रेमलिन ने आज (23 मार्च) कहा कि, मामले में चार संदिग्ध बंदूकधारियों समेत 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
भारत सहित दुनिया भर ने की कड़ी निंदा
मॉस्को में हुए इस हमले की भारत सहित दुनिया भर के कई देशों ने कड़ी निंदा की है। दुनियाभर के लोगों ने पीड़ितों के प्रति संवेदना जाहिर की है। रूस की सुरक्षा सेवा का कहना है कि, हिरासत में लिए गए संदिग्ध यूक्रेन से लगी सीमा पार करने की फिराक में थे। मगर, कीव ने रूस के इस दावे को बेतुका बताया। अमेरिका का कहना है कि इस हमले के पीछे इस्लामिक स्टेट समूह हो सकता है। अमेरिका के बयान पर रूस ने किसी प्रकार की कोई टिप्पणी नहीं की।