शेख हसीना को भारत के अलावा किसी ने नहीं दी पनाह! बेटे ने कही बड़ी बात
Sajeeb Wajed Statement: माना जा रहा है कि शेख हसीना अभी कुछ समय तक भारत में ही बनी रहेंगी। अब उनके बेटे ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है।
Sajeeb Wajed Statement: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की अभी भारत से किसी अन्य देश में जाने की योजना नहीं है। वै अभी भारत में ही बनी रहेंगी। शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद जॉय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि बांग्लादेश की सत्ता से बेदखल होने के बाद शेख हसीना काफी परेशान हैं। जॉय ने कहा कि मेरी मां पूरी तरह स्वस्थ हैं और मेरी बहन भी उनके साथ है। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन और अराजकता के बाद शेख हसीना को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद वे भारत के लिए रवाना हो गई थीं। ब्रिटेन और अमेरिका की ओर से झटका दिए जाने के बाद शेख हसीना की किसी अन्य देश में शरण लेने की योजना भी लटक गई है। इसीलिए माना जा रहा है कि वे अभी कुछ समय तक भारत में ही बनी रहेंगी। अब उनके बेटे ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है।
बांग्लादेश का हो सकता है पाकिस्तान जैसा हश्र
शेख हसीना के बेटे जॉय ने कहा कि उनकी मां की अगुवाई में पिछले डेढ़ दशक के दौरान बांग्लादेश में काफी प्रगति की है। इसके बावजूद हिंसक प्रदर्शन के जरिए उन्हें देश से बाहर निकाल दिया गया। शेख हसीना इस बात को लेकर परेशान हैं कि उनके पिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान ने देश के लिए अपनी जान दे दी मगर बांग्लादेश के लोगों ने उनके साथ इतना बुरा सलूक किया।
जॉय ने कहा कि अगर बांग्लादेश की कानून व्यवस्था में जल्द से जल्द सुधार नहीं हुआ तो उसका हश्र भी पाकिस्तान जैसा ही होगा। उन्होंने कहा कि हम इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस बांग्लादेश को किस तरह संभाल पाते हैं। हमारी नजर इस बात पर टिकी हुई है कि बांग्लादेश में अराजकता का माहौल खत्म करने में उन्हें कितनी कामयाबी मिलती है।
किसी दूसरे देश में शरण लेने की योजना नहीं
एक इंटरव्यू की दौरान शेख हसीना की भावी योजना के संबंध में पूछे जाने पर उनके बेटे जॉय ने कहा कि शेख हसीना के अभी किसी दूसरे देश में शरण लेने के संबंध में कोई फैसला नहीं किया गया है। उनके बारे में तरह-तरह की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं। फिलहाल उनकी अभी कुछ समय तक दिल्ली में ही रहने की योजना है। मेरी बहन के भी उनके साथ होने के कारण वे अकेली नहीं हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की बेटी सायमा वाजेद विश्व स्वास्थ्य संगठन के दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक हैं। मौजूदा समय में उनकी तनाती दिल्ली में ही है। इस कारण दिल्ली में वे अपनी मां के लिए बड़ा सहारा बनी हुई हैं। शेखर हसीना के साथ उनकी बहन शेख रेहाना भी हैं।
अब राजनीति से दूर रहेगा परिवार
इंटरव्यू के दौरान जॉय ने कहा कि उनकी बांग्लादेश की राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने भविष्य में बांग्लादेश में राजनीति में उतरने के लिए कोई योजना नहीं बनाई है। बांग्लादेश के लिए हमारे परिवार ने बहुत कुछ किया है मगर देश में तीसरी बार हमारे परिवार के खिलाफ तख्तापलट का कदम उठाया गया है।
उन्होंने कहा कि शेख रेहाना या परिवार के किसी अन्य सदस्य की भी बांग्लादेश के राजनीति में आने की कोई योजना नहीं है। परिवार के अधिकांश सदस्य पहले से ही विदेश में रह रहे हैं और उनका राजनीति में उतरने का कोई इरादा नहीं है।
अमेरिका और ब्रिटेन ने दिया शेख हसीना को झटका
इस बीच अमेरिका और ब्रिटेन ने शेख हसीना को करारा झटका दिया है। अमेरिका ने शेख हसीना का वीजा रद्द कर दिया है और इसका मतलब है कि वे शरण पाने के लिए अब अमेरिका नहीं जा सकेंगी। ढाका में अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने इस मुद्द पर कहा कि अमेरिकी कानून के तहत वीजा रिकॉर्ड गोपनीय होता है। इसलिए हम व्यक्तिगत वीजा मामलों के विवरण पर चर्चा नहीं करते हैं। हालांकि, शेख हसीना की पार्टी के कई सदस्यों और अधिकारियों पर वीजा प्रतिबंध लगा दिया गया है।
उधर,ब्रिटेन ने भी संकेत दिया है कि शेख हसीना को किसी भी संभावित जांच के खिलाफ ब्रिटेन में कानूनी सुरक्षा नहीं मिल सकती है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी ने एक बयान में कहा कि बांग्लादेश ने पिछले कुछ हफ्तों में अभूतपूर्व स्तर की हिंसा और जान-माल की दुखद हानि देखी है और देश के लोग घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में पूर्ण और स्वतंत्र जांच के हकदार हैं। ब्रिटेन और अमेरिका के इस रुख के कारण शेख हसीना के शरण की योजना लटक गई है और अभी उनके फिलहाल दिल्ली में ही रहने के संकेत मिले हैं।