सबसे लंबी उम्र यहां: ये है इनके जीने का राज, आइये जाने चीन की टॉप 5 जगहें के बारे में

China News: लंबी उम्र जीने का राज: चीन के गुआंगशी प्रान्त (guangxi province) के उत्तरी हिस्से में बामा याओ स्वायत्तशासी क्षेत्र (Bama Yao Autonomous Region) है , जहाँ के बाशिंदे बहुत लम्बी उम्र के मामले में जाने जाते हैं।

Written By :  Neel Mani Lal
Published By :  Shashi kant gautam
Update:2021-12-18 20:51 IST

चीन की टॉप 5 जगहें जहाँ बहुत लम्बी उम्र जीते हैं लोग: photo - social media 

China News: चीन (China News) के सबसे उम्रदराज व्यक्ति का 135 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया है। अलिमिहान सेयिती (Alimihan Sayiti) नामक इस महिला का जन्म 25 जून , 1886 को हुआ था। वह जहाँ रहती थीं उस जगह को लम्बी उम्र वालों के कस्बे (town of the long-lived) के रूप में भी जाना जाता है। लेकिन इसके अलावा चीन में कई ऐसे गाँव और कस्बे हैं , जहाँ लोग बहुत लम्बी उम्र तक जीते हैं। जानते हैं ऐसे टॉप पांच स्थानों के बारे में।

बामा गुआंगशी प्रांत

चीन के गुआंगशी प्रान्त (guangxi province) के उत्तरी हिस्से में बामा याओ स्वायत्तशासी क्षेत्र (Bama Yao Autonomous Region) है , जहाँ के बाशिंदे बहुत लम्बी उम्र के मामले में जाने जाते हैं। बामा याओ पहाड़ों पर स्थित है जहाँ प्रदूषण नाम की कोई चीज नहीं है। यहाँ की मिट्टी में मैंगनीज और जिंक प्रचुरता से पाई जाती है , जबकि तम्बा और क्रोम बहुत ही कम मिलता है।

शोध बताते हैं कि मिट्टी में मैंगनीज की ज्यादा मात्रा (too much manganese in the soil) और कॉपर यानी ताम्बे की कम मात्रा के होने तथा जिंक की मात्रा अधिक होने का सेहत पर पॉजिटिव असर पड़ता है। इन कॉम्बिनेशन से इम्यून सिस्टम (immune system) मजबूत होता है। प्राकृतिक मेटाबोलिज्म बरकरार रहता है। इस इलाके के लोग कैलोरी, फैट और नमक कम खाते हैं , जबकि फाइबर और विटामिन (fiber and vitamin food) से भरपूर भोजन करते हैं।

इन लोगों के खाने में एक वक्त दलीया होती है जबकि दूसरे वक्त चावल खाया जाता है। इनकी डाइट में चावल का दलीया, शकरकंद, बीन्स और सब्जियां प्रमुख रूप से शुमार होती हैं। ये लोग हेम्प यानी भांग के बीजों से निकले तेल (hemp seed oil) का खाना बनाने में प्रयोग करते हैं। ये एकमात्र ऐसा तेल है जो पानी में घुलनशील होता है। इसमें सबसे ज्यादा अनसैचूरेटेड फैट पाया जाता है।

हेशियान, शिनजियांग प्रांत

हेशियान में स्थित राजसु गाँव लम्बी उम्र के लिए विख्यात है। इस गाँव में 90 साल से ज्यादा उम्र वालों की भरमार है। हेशियन प्रीफेक्चर में एक ओर कुनलून पहाड़ियां हैं तो दूसरी तरफ रेगिस्तान है। यहाँ बरसात बहुत कम होती है । हमेशा तेज हवाएं चलती हैं और रेत उड़ा करती है। लेकिन जिस तरफ पहाड़ हैं , वहां घने जंगल हैं और यहाँ का पानी पहाड़ों में जमी बर्फ से पिघल कर आता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों की लम्बी उम्र का राज यहाँ के पानी में है। इस पानी में मैग्नीशियम, मैंगनीज, फेरम और कैल्शियम पाया जाता है । यानी यह नेचुरल मिनरल वाटर है। इन मिनरल में मैंगनीज खासतौर पर मस्तिष्क के लिए बहुत उपयोगी होता है। यहाँ के लोगों के भोजन में मुख्यतः मोटे अनाज और सब्जियां शामिल हैं। लोग नान और स्टीम्ड रोटी खाते हैं। लोगों की डाइट का 70 फीसदी हिस्सा आटे से बने पदार्थों का होता है। यहाँ मीठा लगभग नहीं खाया जाता है।

 फाइबर और विटामिन वाला भोजन करते हैं: photo - social media

झोंगशियांग एम्प्रेस गाँव, हुबेई प्रान्त

झोंगशियांग पहाड़ियों (zhongxiang hills) में बसा हुआ है। यहाँ बहुत सी गुफाएं पाई जाती हैं। यहाँ चारों तरफ ऊंचे प्राचीन पेड़, पहाड़ और झीलें हैं। माना जाता है कि यहाँ की फ्रेश हवा, साधारण लाइफस्टाइल और सेहतमंद भोजन लोगों की लम्बी उम्र का राज है। यहाँ लोगों की डाइट में सोयाबीन, सोया मिल्क और अन्य बीन्स शामिल हैं। इसके अलावा भाप में पकाया मांस और मछली का पेस्ट भी खूब खाया जाता है।

झोंगशियांग एम्प्रेस गाँव, हुबेई प्रान्त:photo - social media

जिन्लिन, गुआंगदोंग प्रान्त

जिन्लिन को पानी वाला गाँव भी कहा जाता है (Jinlin is also known as water village) क्योंकि यहाँ मीठे पानी का सोता है जिसमें सिलिकेट एसिड, स्ट्रोंटियम, आयोडीन, सेलेनियम और लिथियम पाया जाता है। इसके अलावा फ्रेश हवा और लोगों का साधारण जीवन भी लम्बी उम्र का एक कारण है। इस गाँव में दस लोग 100 वर्ष से ज्यादा के तथा 20 लोग 90 साल से ज्यादा की उम्र के हैं।

ताओयुआन, गुआन्गदोंग प्रान्त (Taoyuan, Guangdong Province)

इस गाँव का इतिहास 1700 साल पुराना है। यहाँ के बाशिंदों की जीवन शैली अब भी पारंपरिक तौर तरीकों वाली है। इनकी अलग प्राचीन भाषा और परम्पराएँ हैं। यहाँ के बाशिंदे औसतन 90 सालसे ज्यादा ही जीते हैं। पहाड़ों पर स्थित इस गाँव के लोगों की डाइट में दलिया और भुट्टा प्रमुख हैं। इन्हीं दो चीजों से बने व्यंजन हमेशा खाए जाते हैं।

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