वॉशिंगटनः कूटनीति के क्षेत्र में पीएम नरेंद्र मोदी को भले ही अमेरिका से निराशा मिली हो, लेकिन वह इससे खुश हो सकते हैं कि पाकिस्तान को और बड़ा झटका लगा है। दरअसल, अमेरिकी संसद ने भारत को अमेरिका का डिफेंस पार्टनर बनाने संबंधी बिल का अमेंडमेंट नहीं माना, लेकिन पाकिस्तान को 30 अरब डॉलर की सैन्य मदद देने का प्रस्ताव भी अपनी शर्तों से अटका दिया है।
भारत नहीं बन सका डिफेंस पार्टनर
-अमेरिकी संसद में मोदी के संबोधन के एक दिन बाद ही बिल आया था।
-रिपब्लिकन सीनेटर जॉन मैक्केन ने बिल पेश किया था, इसके अमेंडमेंट्स संसद में पास नहीं हो सके।
-नेशनल डिफेंस ऑथोराइजेशन एक्ट के अमेंडमेंट में भारत को डिफेंस पार्टनर बनाने की बात थी।
-अमेंडमेंट में अमेरिकी राष्ट्रपति से भारत को ग्लोबल और स्ट्रेटजिक पार्टनर बनाने की बात कही गई थी।
-सीनेटर जॉन मैक्केन को अमेरिका का महत्वपूर्ण राजनेता माना जाता है।
पाक के मामले में सफलता
-अमेरिकी संसद ने पाक को सैन्य मदद देने संबंधी प्रस्ताव में शर्त लगा दी है।
-इस प्रस्ताव के तहत पाकिस्तान को 30 अरब डॉलर का सैन्य मदद मिलना था।
-अमेरिकी संसद ने कहा है कि पाक पहले सबूत दे कि उसने आतंकी हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ ठोस कदम उठाए।
-पाक की ओर से सबूत मिलने के बाद ही उसे सैन्य मदद दी जा सकेगी।