Sri Lanka Crisis: कर्ज के बोझ तले दबा श्रीलंका हुआ डिफाल्टर
Sri Lanka Latest News : आर्थिक संकट के कारण बिजली संकट और महंगाई का मार झेल रहा श्रीलंका अब 51 बिलियन डॉलर का कर्ज न चुका पाने के कारण डिफाल्टर हुआ।
Sri Lanka News : श्रीलंका इस वक्त अपनी आजादी के बाद से ही अब तक के सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। श्रीलंका का इन दिनों भारी कर्ज तले दब गया है। महंगाई अपने चरम पर है जिसके कारण देश की जनता भी लगातार सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है। बीते दिन देश में महंगाई के खिलाफ चल रहे उग्र प्रदर्शन के कारण आपातकाल लागू कर दिया गया था। हालांकि बाद में हालात को किसी तरह काबू में कर आपातकाल हटाया। इसी बीच श्रीलंका अपने आर्थिक तंगी के कारण 51 बिलियन डॉलर का कर्ज नहीं चुका पाने के कारण डिफाल्टर घोषित कर दिया गया है।
सेंट्रल बैंक के गवर्नर ने की थी इस्तीफे की पेशकश
श्रीलंका में आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो जाने के कारण कैबिनेट के मंत्रियों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। वहीं देश में लगातार आसमान छूती महंगाई के कारण सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका के गवर्नर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। बता दें केंद्रीय बैंक के गवर्नर अजित निवार्द काबराल (Ajit Nivard Cabral) का इस्तीफा ऐसे समय में आया जब मंगलवार 5 अप्रैल को केंद्रीय बैंक ब्याज दर पर फैसला करने वाला था।
श्रीलंका दबा कर्ज के बोझ तले
श्रीलंका इस वक्त करीबन 51 बिलियन डॉलर की कर्ज तले दबा हुआ है। श्रीलंका ने अपने बुनियादी ढांचा को बनाने के लिए चीन से उधार लिया था। श्रीलंका ने चीन से लिए रेड का उपयोग अपने जनसंचार संघ यंत्रों सड़कों इत्यादि पर खर्च कर दिए। पर अब चीन को कर्ज चुकाने के लिए उसके पास पैसे नहीं हैं।
श्रीलंका पर महामारी की मार
श्रीलंका में आर्थिक मोर्चे पर उत्तल पुथल का बहुत बड़ा जिम्मेदार कोरोना वायरस भी रहा है। बीते 2 साल से वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस के कारण टूरिज्म सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुआ। बता दें श्रीलंका की जीडीपी का एक बहुत बड़ा हिस्सा वहां के पर्यटन से ही आता है। मगर कोरोना महामारी के आने के कारण अलग-अलग देशों में लगे प्रतिबंधों से पर्यटक नहीं आए। जिसका खामियाजा आज श्रीलंका की जनता को महंगाई के रूप में भरना पड़ रहा है।
श्रीलंका में महंगाई
श्रीलंका में इस वक्त महंगाई चरम पर है श्रीलंका में इस वक्त एक लीटर दूध की कीमत 250 रुपए से अधिक है। वहीं श्रीलंका में मौजूदा वक्त में पेट्रोल की कीमत भी ढाई सौ रुपए के करीब है। श्रीलंका में आलू 200 रुपये के करीब दिख रहा है। वहीं 1 लीटर पानी की बॉटल के लिए लोगों को 100 रुपये से अधिक का भुगतान करना पड़ रहा है।
ऊर्जा संकट से जूझता श्रीलंका
आर्थिक मोर्चे पर कंगाली झेल रहे श्रीलंका में इस वक्त ऊर्जा का संकट भी गहरा गया है। देश में 12 घंटे से अधिक का पावर कट करना पड़ रहा है। इस ऊर्जा संकट का सबसे बड़ा कारण श्रीलंका के विदेशी मुद्रा भंडार खाली हो जाना है। मुद्रा भंडार खाली होने के कारण श्रीलंका दूसरे देशों से इंधन नहीं खरीद पा रहा है जिसके कारण देश में ऊर्जा संकट गहरा गया है।