श्रीलंका में हाहाकार: रो रहे सभी लोग, महंगाई रोकने के लिए ब्याज दरों को किया गया दोगुना
Sri Lanka Crisis: गवर्नर पी नंदलाल वीरसिंघे ने कहा है कि ब्याजदर वृद्धि निवेशकों और बाजारों को एक मजबूत संकेत देगी कि हम जल्द से जल्द इससे बाहर आ रहे हैं।
Sri Lanka Crisis: बेकाबू मुद्रास्फीति को किसी तरह कंट्रोल करने के लिए श्रीलंका (Sri Lanka) ने अब ब्याज दरों को दोगुना कर दिया है ताकि किसी तरह महंगाई काबू में आये और अर्थव्यवस्था (Sri Lanka Economy) को स्थिरता मिल सके। श्रीलंका के केंद्रीय बैंक ने अपनी प्रमुख ब्याज दरों में अभूतपूर्व 700 आधार अंकों की वृद्धि की है। सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका के मौद्रिक बोर्ड ने अपनी स्थायी ऋण सुविधा को 14.50 प्रतिशत और इसकी स्थायी जमा सुविधा को बढ़ाकर 13.50 प्रतिशत (Sri Lanka doubles interest rate) कर दिया।
गवर्नर पी नंदलाल वीरसिंघे ने कहा है कि ब्याजदर वृद्धि निवेशकों और बाजारों को एक मजबूत संकेत देगी कि हम जल्द से जल्द इससे बाहर आ रहे हैं। इससे वित्त मंत्री अली साबरी ने कहा कि देश को तत्काल अपने कर्ज का पुनर्गठन करना चाहिए और बाहरी वित्तीय मदद लेनी चाहिए।
केंद्रीय बैंक ने कहा कि उसने मुद्रास्फीति के दबावों को नोट किया है जो आगे की अवधि में और तेज हो सकता है। ये दबाव भारी डिमांड, घरेलू आपूर्ति में व्यवधान, विनिमय दर मूल्यह्रास और वैश्विक स्तर पर वस्तुओं की ऊंची कीमतों से प्रेरित है। बैंक ने कहा है कि प्रतिकूल मुद्रास्फीति संबंधी अपेक्षाओं की वृद्धि को रोकने के लिए, विनिमय दर को स्थिर करने के लिए आवश्यक प्रोत्साहन प्रदान करने और बाजार ब्याज दर की विसंगतियों को दूर करने के लिए एक बड़ा बदलाव जरूरी हो गया है। श्रीलंका को विदेशी मुद्रा, ईंधन और अन्य आवश्यक आपूर्ति की भीषण कमी का सामना करना पड़ रहा है। कर्ज में डूबे इस देश के पास आयात के लिए भुगतान करने के लिए बहुत कम पैसा बचा है, जिसकी वजह से ईंधन, बिजली, भोजन और दवाओं की आपूर्ति बन्द सी हो रही है।
सड़कों पर विरोध प्रदर्शन
पांच दिन के आपातकाल और दो दिन के कर्फ्यू के बावजूद करीब एक महीने से अधिक समय से सड़कों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। श्रीलंका की मुख्य विपक्षी पार्टी - समागी जाना बालवेगया ने सरकार से आर्थिक संकट को हल करने या अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने के लिए कहा है।