Al-Zawahiri Killed: अल जवाहिरी के मौत का बदला तालिबान ने पाकिस्तान से लिया, ISI के कमांडर को मार गिराया
Al-Zawahiri Killed: तालिबान ने आईएसआई के कमांडर सरफराज का हेलीकॉप्टर उड़ा दिया है, जिसमें उसकी भी मौत हो गई है।
Al-Zawahiri Killed: अलकायदा सरगाना अयमान अल जवाहिरी की हत्या से तालिबान भड़का हुआ है। अमेरिका ने जिस तरह से अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में इस मिशन को अंजाम दिया, उससे तालिबान शर्मिंदा महसूस कर रहा है। उसने इस हमले का बदला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से लिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तालिबान ने आईएसआई के कमांडर सरफराज का हेलीकॉप्टर उड़ा दिया है, जिसमें उसकी भी मौत हो गई है। अफगानिस्तान ने ये कार्रवाई जवाहिरी की हत्या का पाक कनेक्शन सामने आने के बाद की है।
सबसे दिलचस्प बात ये सामने आ रही है कि तालिबान ने इस हमले को पाकिस्तान में सक्रिय चरमपंथी संगठन तहरीक – ए – तालिबान पाकिस्तान और दूसरे आतंकी संगठनों के साथ मिलकर अंजाम दिया है। इस हमले को पाकिस्तान के अशांत ब्लूचिस्तान प्रांत में अंजाम दिया गया है। इसलिए माना जा रहा है कि तालिबान की इस कार्रवाई में ब्लूच अलगाववादी भी शामिल हो सकते हैं। पाक सेना के शीर्ष कमांडर को इस तरह पाकिस्तान के अंदर निशाने बनाए जाने को लेकर सेना और सरकार में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल सरफराज पहले आईएसआई में काम करता था, फिर उसे पाक सेना में ब्लूचिस्तान का कोर कमांडर बना दिया गया था।
पाकिस्तान ने पैसे लेकर यूएस को दी जानकारी
अलकायदा सरगना अयमान अल जवाहिरी की हत्या में पाकिस्तान की भूमिका भी सामने आ रही है। कहा जा रहा है कि उसकी बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पैसे लेकर जवाहिरी के बारे में पूरी जानकारी अमेरिकी जांच एजेंसी सीआईए को दे दी। इसलिए तालिबान का मानना है कि उसी ने जवाहिरी को मरवाया है। पैसे लेने के दावे में दम इसलिए भी है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति जगजाहिर है, उसे अभी काफी नकदी की जरूरत है। पाक सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा तक पिछले दिनों अमेरिका से फंड दिलाने में मदद की गुहार लगा चुके हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच जवाहिरी को लेकर कोई डील हुई थी। क्योंकि तालिबान के सत्ता में आने के बाद वहां पाकिस्तान का प्रभाव काफी बढ़ गया था। खासकर आईएसआई काफी एक्टिव भूमिका में नजर आ रही थी। हालांकि, तालिबान और पाक सेना के बीच बीते कुछ समय से टकराव भी देखा जा रहा है। सीमा पर झड़प भी हो चुकी है। ऐसे में पाकिस्तान तालिबान के इस कार्रवाई पर कैसे पलटवार करता है, देखने वाली बात होगी।
बता दें कि 31 जुलाई को सुबह छह बजकर 18 मिनट पर अमेरिका ने ड्रोन अटैक के जरिए काबुल के एक पॉश इलाके में पनाह लिए अयमान अल जवाहिरी को मार गिराया था। जवाहिरी रोज की तरह बालकनी में टहलने के लिए निकला था तभी ड्रोन से छोड़े गए हेलफायर मिसाइन ने आकर उसका काम तमाम कर दिया।