तुर्की में तख्‍तापलट की कोशिश, सेना-पुलिस में संघर्ष, 42 की मौत

Update:2016-07-16 08:50 IST

अंकारा: तुर्की में सेना ने तख्तापलट करने की कोशिश की है। सेना ने इस्तांबुल में भीड़ पर गोलियां दागीं हैं, जिसमें 17 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है और कई लोगों के हताहत होने की खबर है। अंकारा में कई बड़े मिलिट्री अफसरों को बंधक बना लिया गया है।

सेना ने सरकारी टीवी से जारी एक बयान में कहा कि उसने सत्ता पर कंट्रोल कर मार्शल लॉ लागू कर दिया है। सेना ने यह भी कहा कि अब तुर्की का नया संविधान होगा। तख्तापलट में इस्तेमाल किए जा रहे एक हेलीकॉप्टर को एफ-16 विमान ने मार गिराया है।

मीडिया चैनलों के मुताबिक तुर्की मिलिट्री का एयरक्राफ्ट काफी नीचे उड़ रहा है। तुर्की के पीएम बिनाली यिल्दिरिम ने कहा है कि सेना का ही एक समूह देश में तख्तापलट करने की कोशिशों में जुटा है। फिलहाल इस पर विस्तार से उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी है। उन्होंने कहा कि तुर्की कभी लोकतंत्र को बाधा पहुंचाने में किसी को भी सफल नहीं होने देगा।

पीएम ने कहा है कि इसके पीछे जो भी लोग हैं उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। पीएम ने कहा कि कुछ लोग अवैध रूप से कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा चुनी गई सरकार अपना काम सम्भाल रही है। और यह सरकार तभी हटेगी जब जनता चाहेगी।

तुर्की में मार्शल लॉ लागू

-तुर्की में सेना के एक गुट और पुलिस के बीच संघर्ष में अब तक 42 की मौत हो चुकी है।

-तुर्की में मार्शल लॉ लागू हो गया है। सेना के एक गुट ने तुर्की में तख्तापलट का दावा किया है।

ओबामा ने ट्वीट कर कहा-तुर्की सरकार के साथ हूं।

-यूएस प्रेसिडेंट ने बराक ओबामा ने ट्वीट कर कहा है कि वे तुर्की की चुनी हुई सरकार के साथ खड़े हैं।

- तुर्की के प्रेसिडेंट एर्दोआन अंडरग्राउंड हो गए हैं। अफवाहें यह भी हैं कि उन्होंने जर्मनी से शरण मांगी है।

तुर्की में फंसे भारतीयों के लिए हेल्‍पलाइन नंबर

-तुर्की में रह रहे भारतियों को हालात सुधरने तक पब्लिक प्लेस और घर से बाहर न निकलने के लिए कहा गया है।

- मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ने इमरजेंसी नंबर जारी किए हैं।

तुर्की में फंसे भारतीय और उनके परिवार इनपर कॉन्टैक्ट कर सकते हैं।

अंकारा हेल्पलाइन नंबर: +905303142203

इस्तांबुल हेल्पलाइन नंबर: +905305671095

अभी कौन हैं तुर्की के प्रेसिडेंट?

- रैचेप तैयाप एर्दोआन तुर्की के पहले ऐसे प्रेसिडेंट हैं, जो तुर्की की जनता द्वारा 2014 में सीधे चुने गए थे।

- प्रेसिडेंट बनने के पहले वे तुर्की के प्राइम मिनिस्टर भी रह चुके हैं।

- वे तुर्की के इकलौते ऐसे प्राइम मिनिस्टर हैं, जो लगातार तीन टर्म तक सत्ता पर काबिज रहे।

- तुर्की की सबसे सक्सेसफुल पॉलिटिकल पार्टी 'तुर्किश पार्टी' के फाउंडर हैं।

सुषमा स्वराज ने किया ट्वीट

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा है कि भारतीय दूतावास के संपर्क में रहें।

हालात सामान्य होने तक भारतीयों को तुर्की न जाने की अपील की।

 

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