Turkey-Syria Earthquake: तुर्की-सीरिया में अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत, उत्तराखंड के इंजीनियर लापता
Turkey-Syria Earthquake: तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अभी तक इस भूकंप में 15 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।
Turkey-Syria Earthquake: तुर्किये और सीरिया में आए भीषण भूकंप से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अभी तक इस भूकंप में 15 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्किए में 12,391 लोगों ने और सीरिया 2,992 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। वहीं घायलों का आंकड़ा 60 से अधिक है। इसके अलावा हजारों इमारतें जमींदोज होने के बाद से अभी कई और लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका जतायी जा रही है। दोनों देशों के बीच लगातार रेस्क्यू आपरेशन चलाया जा रहा है। घटना के चार दिन बाद भी मलबे में दबे लोगों को निकालने का सिलसिला जारी है। दोनों ही देशों से मन को विचलित कर देने वाली तस्वीरें और वीडियो सामने आ रहे हैं। बता दें कि तुर्किए-सीरिया समेत कई देशों में सोमवार 6 फरवरी 2023 को 7.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था।
भारत की छठी ऑपरेशन फ्लाइट तुर्की पहुंची
तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप के चलते इस संकट की घड़ी में भारत सरकार ने तुर्की की ओर मदद का हाथ बढ़ाया है। भारत की तरफ से ऑपरेशन दोस्त के तहत इस अभियान को मानवीयता के आधार पर चलाया जा रहा है। भारत सरकार की तरफ से ना केवल तुर्की को मेडिकल मदद मुहैया कराई जा रही है। बल्कि खुद एनडीआरएफ की तीन टीमों को राहत-बचाव के लिए भेजा गया है। भारत की छठी आपरेशन फ्लाइट तुर्की पहुंच गयी, जिसकी जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी है।
तुर्की में उत्तराखंड का इंजीनियर लापता
देहरादून के इंजीनियर विजय कुमार भी तुर्की में आए विनाशकारी भूकंप का शिकार हो गए हैं। वह लापता है, तलाश शुरु हो गई है। विजय कुमार बेंगलुरु के ऑक्सीप्लांटस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड में प्लांट इंजीनियर के रुप में काम कर रहे थे। विजय कुमार कुल्कु गज नामक एक कंपनी में एसिटिलीन गैस प्लांट के निर्माण को चालू करवाने के लिए तुर्की गए थे। तुर्की में कंपनी के लिए काम करवा रहे थे। लेकिन तुर्की में आए भीषण भूकंप में उनके भी लापता होने की खबर आई है। सूचना के बाद से ही देहरादून मं विजय कुमार के परिजन चिंतित और परेशान हैं।
भोजन और आश्रय पाने के लिए तुर्की में संघर्ष
तुर्किए और सीरिया में भूकंप के कारण हजारों इमारतें ढह गईं हैं। अज्ञात संख्या में लोग अभी भी फंसे हुए हैं। लोग असहाय होकर मदद मांग रहे हैं, मगर मदद नहीं मिल पा रही है। तुर्की के हटे में एक किंडरगार्टन शिक्षक सेमिर कोबन ने कहा कि मेरा भतीजा, मेरी भाभी और मेरी भाभी की बहन मलबे में दबे हुए हैं। हम उन तक नहीं पहुंच सकते। हम उनसे बात करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे जवाब नहीं दे रहे हैं। हम मदद का इंतजार कर रहे हैं। अब 60 घंटे हो गए हैं।