Turkey-Syria Earthquake: भूकम्प से बचे लोगों की जिंदगी पर खतरा, सीरिया में बुरे हालात, दूसरी 'आपदा' तैयार
Turkey-Syria Earthquake: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि तुर्की और सीरिया के भूकंप से बचे लोगों को अब "दूसरी आपदा" का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि ठंड और बर्फबारी से स्थिति बिगड़ती और भयावह होती जा रही है।
Turkey-Syria Earthquake: तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप से 22 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और अब भी हजारों लोग मलबे में दबे पड़े हैं। लेकिन जो लोग इस तबाही से बच गए हैं उनकी जिंदगी पर अब बहुत बड़ा खतरा है। सबसे बड़ी समस्या सीरिया में है जहां राहत और सहायता पहुंचना ही मुश्किल है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि तुर्की और सीरिया के भूकंप से बचे लोगों को अब "दूसरी आपदा" का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि ठंड और बर्फबारी से स्थिति बिगड़ती और भयावह होती जा रही है।
खुले में पड़े हैं लोग
जिनेवा में डब्ल्यूएचओ घटना प्रतिक्रिया प्रबंधक रॉबर्ट होल्डन ने चेतावनी दी कि बहुत से लोग खुले में बिगड़ती और भयावह परिस्थितियों में पड़े हुए हैं। बुनियादी पानी, ईंधन, बिजली, संचार आदि जीवन की मूल जरूरतों में बड़ी बाधाएँ हैं।
भूकम्प से बड़ी आपदा
होल्डन ने कहा कि, "हम एक दूसरी आपदा को देख रहे हैं, जो प्रारंभिक आपदा की तुलना में कहीं अधिक लोगों को नुकसान पहुंचा सकती है। एक अनुमान है कि करीब ढाई लाख लोग संकट में हैं।
एक्सट्रीम मौसम
तुर्की और सीरिया दोनों में प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य तापमान से अधिक ठंड का सामना करना पड़ रहा है। उदाहरण के लिए, सीरियाई शहर अलेप्पो में इस सप्ताह के अंत तक न्यूनतम तापमान माइनस 3 डिग्री से माइनस डिग्री रहने का अनुमान है, जबकि फरवरी का न्यूनतम तापमान सामान्य रूप से 2.5 डिग्री है।
युद्ध से तबाह
सीरिया कई वर्षों से संघर्ष में फंसा हुआ है। अब एक नए मानवीय संकट का मतलब है कि सीरिया में बचे लोगों की मदद करने में अतिरिक्त कठिनाइयाँ हैं, जहाँ अंतर्राष्ट्रीय सहायता धीमी गति से पहुँचती है। सीरिया में विदेशी सहायता पहुंचाया जाना भी टेढ़ी खीर है। सीरिया में स्थिति तुर्की से बिल्कुल अलग है। उत्तरी सीरिया के भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल आपूर्ति की डिलीवरी राष्ट्रपति बशर अल-असद के नेतृत्व वाली सरकार और विपक्षी ताकतों के बीच लंबे समय से चल रहे गृहयुद्ध से जटिल हो गई है। असद पर अपने ही लोगों की हत्या का आरोप है।
सीरिया के विदेश मंत्री फैसल मेकदाद का कहना है कि उसे जो भी सहायता मिलती है वह राजधानी दमिश्क से होकर जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि "सीरियाई सरकार सभी क्षेत्रों में सहायता की अनुमति देने के लिए तैयार है, बशर्ते कि यह आतंकवादी सशस्त्र समूहों तक न पहुंचे। उत्तरी सीरिया के विद्रोहियों के कब्जे वाले क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोग भूकंप आने पर पहले से ही अत्यधिक गरीबी और हैजा के प्रकोप के प्रभाव से पीड़ित थे।