Ukraine Crisis: भारतीय दूतावास की नई एडवायजरी, दूतावास को यूक्रेन से पोलैंड शिफ्ट करने की दी जानकारी
यूक्रेन संकट के बीच भारतीय दूतावास ने नई एडवायजरी जारी की। दूतावास को अब यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड में शिफ्ट कर दिया गय़ा है
Ukraine Crisis: रूस द्वारा यूक्रेन पर भारी बमबारी जारी जारी है। रूस ने लगभग यूक्रेन के तमाम बड़े शहरों को तबाह कर दिया है। इस भीषण जंग के बीच अब भी वहां भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। भारी बमबारी ने यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास को वहां काम करना मुश्किल कर दिया है। लिहाजा दूतावास को अब यूक्रेन के पड़ोसी देश पोलैंड में शिफ्ट कर दिया गय़ा है। इससे दूतावास के काम करने पर कोई असर नहीं पड़ा है। दूतावास पहले की तरह अब भी अपना काम जारी रखे हुए है। ये बातें यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने अपनी नई एडवायजरी में कही है।
यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए जारी किया कॉन्टैक्ट डिटेल्स
युध्दग्रस्त यूक्रेन से हजारों भारतीय नागरिकों को निकालने के बावजूद अब भी वहां भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं। भयंकर रूसी आक्रमण के चलते रेस्क्यू अभियान में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कॉन्टैक्ट डिटेल्स साझा किया है। दूतावास ने ट्वीट कर रहा यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों, भारतीय दूतावास अभी भी काम कर रहा है। हमसे ईमेल और हेल्पलाइन नंबर के जरिए संपर्क किया जा सकता है। ईमेल आईडी है- cons1.kyiv@mea.gov.in और 24*7 सहायता के लिए व्हाट्सएप नंबर है- +380933559958, +919205209802 and +91742802254।
बता दें कि भारत ने 13 मार्च को यूक्रेन स्थित अपने भारतीय दूतावास को पड़ोसी देश पोलैंड की राजधानी वॉरसा शिफ्ट कर दिया था। यूक्रेन की राजधानी कीव में भारी बमबारी को देखते इससे पहले यूक्रेन के ही ल्वीव शहर में शिफ्ट किया गया था, लेकिन स्थिति वहां भी बिगड़ने के बाद इसे पोलैंड शिफ्ट कर दिया गया। इस बीच ऐसी खबरें चलने लगीं कि यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास को बंद कर दिया गया। दूतावास ने इन अफवागों को खारिज करते हुए हकीकत से अवगत कराया है।
ऑपरेशन गंगा जारी
भारत सरकार ने ऑपरेशन गंगा के जरिए अबतक 22500 यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बाहर निकाला है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक यूक्रेन में अब भी 50 के करीब भारतीय लोग हैं। इनमें से 15 – 20 के करीब बाहर निकलना चाहते हैं। शेष अभी वहीं रहना चाहते हैं। ऐसे में भारत सरकार की कोशिश है कि वहां फंसे अधिक से अधिक भारतीयों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए।