US News: बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न रोकने को दखल दे यूएनः BMA
US News: ऋचा गौतम ने कहा, बांग्लादेश में हिंदुओं व बौद्धों का उत्पीड़न केवल शासन की उदासीनता का मामला नहीं है बल्कि यह मानवता की अंतरात्मा व उसके उदासीन प्रयासों पर एक बड़ा धब्बा है। अल्पसंख्यकों की पीड़ा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।
US News: बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों का भारत समेत दुनिया में विरोध हो रहा है। बांग्लादेश में पिछले कई महीनों से हिंदुओं और मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है। भारत सरकार ने इस पर कड़ी आपत्ति भी जताई है। वहीं अमेरिका और यूरोप के विभिन्न हिंदू समूहों से मिलकर बने बांग्लादेशी अल्पसंख्यक गठबंधन ने संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेश में हिंदुओं पर किए जा रहे हमलों को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
बांग्लादेशी अल्पसंख्यक गठबंधन (बीएमए) में शामिल केयर्स ग्लोबल की ऋचा गौतम ने कहा, बांग्लादेश में हिंदुओं व बौद्धों का उत्पीड़न केवल शासन की उदासीनता का मामला नहीं है बल्कि यह मानवता की अंतरात्मा व उसके उदासीन प्रयासों पर एक बड़ा धब्बा है। अल्पसंख्यकों की पीड़ा को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर भारत में जबरदस्त रोष है। मंगलवार को विभिन्न संगठनों के लोगों ने नई दिल्ली में बांग्लादेश के दूतावास के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया था।
व्हाइट हाउस से संसद तक किया मार्च
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के विरोध में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों ने व्हाइट हाउस (राष्ट्रपति आवास) से लेकर संसद भवन तक मार्च निकाला। इस दौरान भारतीय मूल के लोगों ने नारेबाजी की और अमेरिकी प्रशासन से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन व नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप से आग्रह किया कि वे बांग्लादेश की नई सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा के लिए कदम उठाने को कहें।
बांग्लादेश में लगातार हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। वहां पर मंदिरों को भी टारगेट किया जा रहा हैं। मंदिरों में भागवान की मूर्तियों को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है। वहीं बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर भारत में जबरदस्त रोष है। मंगलवार को विभिन्न संगठनों के लोगों ने नई दिल्ली में बांग्लादेश के दूतावास के बाहर प्रदर्शन कर विरोध जताया था।