पड़ोसियों को डरा-धमका रहा चीन, बाइडन प्रशासन ने कहा- भारत के साथ है अमेरिका
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली जे होर्न ने कहा कि अमेरिका हालात पर करीब से नजर रख रहा है। भारत तथा चीन की सरकारों के बीच चल रही वार्ता की हमें जानकारी है।
वाशिंगटन: अमेरिका में सत्ता परिवर्थन हो चुका है। अमेरिका की सत्ता अब जो बाइडन के हाथों में है। इससे पहले अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की सरकार थी। ट्रंप प्रशासन चीन के खिलाफ सख्त रूख अपनाया हुआ था। इसके बाद अब जो बाइडन प्रशासन ने चीन सख्त नसीहत दी है।
जो बाइडन प्रशासन की तरफ से सोमवार को कहा गया है कि चीन के अपने पड़ोसियों को डराने-धमकाने के लगातार जारी कोशिशो से अमेरिका चिंतित है। इसके साथ ही प्रशासन ने कहा कि भारत-चीन सीमा के हालात पर वह करीब से नजर रख रहा है।
अमेरिका की भारत-चीन सीमा पर नजर
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली जे होर्न ने कहा कि अमेरिका हालात पर करीब से नजर रख रहा है। भारत तथा चीन की सरकारों के बीच चल रही वार्ता की हमें जानकारी है। उन्होंने कहा कि हम सीमा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सीधी वार्ता का समर्थन करना जारी रखेंगे।
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चीन की इस हरकत से अमेरिका चिंतित
एमिली जे होर्न भारतीय क्षेत्रों में घुसपैठ कर उन पर कब्जा जमाने के चीन की कोशिशों से जुड़े हुए सवालों का जवाब दे रही थीं। उन्होंने कहा चीन द्वारा पड़ोसियों को डराने-धमकाने के लगातार कोशिशों से अमेरिका चिंतित है। उन्होंने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा समृद्धि, सुरक्षा एवं मूल्यों को आगे ले जाने के लिए हम अपने मित्रों, साझेदारों और सहयोगियों के साथ खड़े हैं।
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सीमा पर भारत-चीन में तनाव
भारत-चीन के बीच सीमा पर तनाव जारी है। भारत और चीन के सैनिकों में झड़पों के संबंध में बाइडन प्रशासन ने यह पहली प्रतिक्रिया दी है। इसस पहेल भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बीते हफ्ते संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया और कहा था कि देश के हितों की रक्षा के लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है और सतर्क भी है।
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उन्होंन अपने भाषण में कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए अतिरिक्त सैन्यबलों की तैनाती भी की गई है। सरकार देश की एकता और अखंडता को चुनौती देने वाली ताकतों से निपटने के लिए हर स्तर पर कोशिश कर रही है।
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