राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले समर्थकों का भला करना नहीं भूले ट्रंप, किया ये बड़ा काम

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका का राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले कुल 143 लोगों को क्षमादान दिलवाया। जिसमें उनके समधी, भ्रष्ट राजनेता, रक्षा सौदों के दलाल और उनके पूर्व रणनीतिकार व सहयोगी शामिल हैं।

Update: 2021-01-21 07:19 GMT
डोनाल्ड ट्रंप का अपने समर्थकों के साथ कितना ज्यादा लगाव था। इस बात को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में भी ट्रंप उन्हें याद करना नहीं भूले।

वाशिंगटन: जो बाइडेन ने बुधवार को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ग्रहण किया। इसी के साथ अमेरिका में आज से बाइडेन युग की शुरुआत हो गई है।

जो बाइडेन के अलावा कमला हैरिस भी उपराष्ट्रपति पद की शपथ ले चुकी हैं। वो इस पद पर काबिज होने वाली अमेरिका की पहली महिला हैं। राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति दोनों का शपथ ग्रहण समारोह कैपिटल हिल में हुआ।

इस दौरान अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश, बिल क्लिंटन और बराक ओबामा ने भी शपथ ग्रहण कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। कड़ी सुरक्षा के बीच अमेरिका में ये पूरा कार्यक्रम हुआ।

हालांकि डोनाल्ड ट्रंप इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। ट्रंप, अपने कार्यकाल के समापन पर जो बाइडन के शपथ ग्रहण समारोह से पहले वाशिंगटन से रवाना हो गए थे। ट्रंप के साथ विमान में उनके परिवार के लोग भी थे। इस वक्त डोनाल्ड ट्रंप फ्लोरिडा में हैं।

राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले समर्थकों का भला करना नहीं भूले ट्रंप, किया ये बड़ा काम (फोटो:सोशल मीडिया)

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कार्यकाल के आखिरी दिन भी अपने समर्थकों को नहीं भूले ट्रंप, 143 लोगों को दिया क्षमादान

डोनाल्ड ट्रंप का अपने समर्थकों के साथ कितना ज्यादा लगाव था। इस बात को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में भी ट्रंप अपने समर्थकों का याद करना नहीं भूले। ट्रंप उनका भला करने के बारें में ही सोचते रहे।

उन्होंने राष्ट्रपति का पद छोड़ने से पहले कुल 143 लोगों को क्षमादान दिलवाया। जिसमें उनके समधी, भ्रष्ट राजनेता, रक्षा सौदों के दलाल और उनके पूर्व रणनीतिकार व सहयोगी शामिल हैं।

राष्ट्रपति पद छोड़ने से पहले समर्थकों का भला करना नहीं भूले ट्रंप, किया ये बड़ा काम (फोटो:सोशल मीडिया)

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ट्रंप के फैसले की जमकर आलोचना

उनके इस कदम को शक्ति का दुरुपयोग बताया गया। जमकर आलोचना भी हुई। लेकिन ये ट्रंप का काम करने का अपना अलग स्टाइल है, वे जब भी कोई निर्णय ले लेते थे। उसके बाद लोग उसके बारें में क्या बोलेंगे। उसकी वे कभी भी परवाह नहीं करते थे हे।

इस बार भी ट्रंप ने ऐसा ही किया। आलोचनाओं पर ध्यान न देते हुए बुधवार दोपहर से पहले वे व्हाइट हाउस छोड़कर फ्लोरिडा चलें गए।

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