US Election 2024 : ट्रंप की जीत से टेंशन में ड्रैगन, अब चीन के सामानों पर अमेरिका लगा सकता है भारी टैक्स
US Election 2024 : अमेरिका में चार साल बाद राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप की दमदार वापसी हुई है।
US Election 2024 : अमेरिका में चार साल बाद राष्ट्रपति के रूप में डोनाल्ड ट्रंप की दमदार वापसी हुई है। रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति चुन लिए गए हैं। उन्होंने मौजूदा उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार कमला हैरिस को हराने में कामयाबी हासिल की है।
ट्रंप की जीत से चीन का तनाव बढ़ गया है क्योंकि ट्रंप को चीन विरोधी माना जाता रहा है। कोरोना महामारी के समय भी ट्रंप ने चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। अब उनके फिर राष्ट्रपति चुने जाने के बाद माना जा रहा है कि अमेरिका चीन से आयात होने वाले सामानों पर 60 फ़ीसदी का भारी भरकम टैरिफ लगा सकता है।
तीन बड़े स्विंग राज्यों में मिली महत्वपूर्ण बढ़त
अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद डोनाल्ड ट्रंप काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि आने वाले चार साल अमेरिका के लिए स्वर्णिम युग साबित होंगे। अमेरिका ने हमें अभूतपूर्व जनादेश दिया है और यह पल अमेरिका को बेहतर बनाने में पूरी मदद देगा।
मतगणना के ताजा आंकड़ों के मुताबिक रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के रूप में डोनाल्ड ट्रंप ने 270 से अधिक इलेक्टोरल वोट हासिल कर लिए हैं जिससे अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव में उनकी जीत तय हो गई है। 78 वर्षीय ट्रंप ने जॉर्जिया, कैरोलाइना और पेंसिल्वेनिया जैसे तीन बड़े स्विंग वाले राज्यों में बड़ी जीत हासिल की है जिससे उनके अमेरिकी राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
ट्रंप का रवैया पूरी तरह चीन विरोधी
राष्ट्रपति के चुनाव में ट्रंप की यह जीत चीन की टेंशन बढ़ने वाली साबित हो रही है। कूटनीतिक एक जानकारों का कहना है कि ट्रंप की जीत के बाद अब चीन व्यापार, प्रौद्योगिकी और सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर अमेरिका से कटुतापूर्ण स्थिति का सामना करने की तैयारी में जुटा हुआ है। 2016 से 2020 तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहने के दौरान ट्रंप का रवैया पूरी तरह चीन विरोधी था और अपने नए कार्यकाल के दौरान भी वे चीन की परेशानी बढ़ा सकते हैं।
चीन के सामानों पर लगा सकते हैं भारी टैक्स
जानकारों का मानना है कि राष्ट्रपति पद संभालने के बाद वह चीन से आयात होने वाले सामानों पर भारी भरकम टैरिफ लगा सकते हैं। टैरिफ की यह दर 60 फ़ीसदी तक हो सकती है। ट्रंप पहले ही इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि अमेरिका की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और देश में उत्पादन बढ़ाने के लिए वे विदेश से आने वाले सामानों पर टैरिफ लगाएंगे।
इससे चीन की मुश्किलें बढ़नी तय है क्योंकि चीन के सामानों पर यह दर 60 फ़ीसदी जबकि अन्य देशों के सामानों पर 10 फ़ीसदी हो सकती है। ऐसे में अमेरिका में चीन से आने वाले सामानों पर पूरी तरह रोक लगने की संभावना जताई जा रही है।
अमेरिका से घट जाएगा चीन का व्यापार
राष्ट्रपति चुनाव लड़ने के दौरान ट्रंप अपने भाषणों में अमेरिका को फिर से महान बनाने और देश का गौरव वापस लाने की बात करते रहे हैं। जानकारों का कहना है कि ट्रंप की अगुवाई में शुरू होने वाले व्यापार युद्ध की संभावना ने चीन को हिला कर रख दिया है क्योंकि इससे आर्थिक मोर्चे पर चीन की मुश्किलें काफी बढ़ने वाली हैं। मौजूदा समय में चीन अमेरिका को प्रतिवर्ष 400 बिलियन से अधिक का सामान बेचता है मगर यह व्यापार घटने से चीन की अर्थव्यवस्था को बड़ा झटका लगना तय माना जा रहा है।
मौजूदा समय में चीन कई आंतरिक और आर्थिक चुनौतियों के जाल में फंसा हुआ है और ऐसे में ट्रंप की जीत ड्रैगन की मुश्किलें और बढ़ाएगी। चीन को यह चिंता भी सता रही है कि ट्रंप टेक कंपनियों और सप्लाई चेन से जुड़ी कंपनियों को वापस बुलाने का बड़ा कदम भी उठा सकते हैं। इससे चीन का आर्थिक विकास खतरे में पड़ सकता है।