US Election Result: ट्रंप को मिला डबल बूस्टर डोज! राष्ट्रपति चुनाव में जीत पक्की, सीनेट पर भी रिपब्लिकन का कब्जा

US Election Results 2024: जहां वे 270 सीटों पर आगे चल रहे हैं तो वहीं उनकी रिपब्लिकन पार्टी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के दबदबे वाले वेस्ट वर्जीनिया और ओहायो में जीत दर्ज कर सीनेट में भी बहुमत हासिल कर लिया है।

Newstrack :  Network
Update:2024-11-06 13:29 IST

Donald Trump   (photo: social media )

US Election Results 2024: आज का दिन रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए बेहद खास है। वे अमेरिका के राष्ट्रपति बनने के करीब पहुंच चुके हैं। उनकी जीत तय मानी जा है। अमेरिका में इस समय राष्ट्रपति चुनाव के लिये वोटों की गिनती चल रही है। काउंटिंग के बीच डोनाल्ड ट्रंप को डबल बूस्टर मिल गया है। ट्रंप ने शुरू से ही इलेक्टोरल कॉलेज में लीड बना रखी थी अब वे जीत के करीब हैं। उनका वाइट हाउस पहुंच लगभग तय माना जा रहा है। जहां वे 270 सीटों पर आगे चल रहे हैं तो वहीं उनकी रिपब्लिकन पार्टी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के दबदबे वाले वेस्ट वर्जीनिया और ओहायो में जीत दर्ज कर सीनेट में भी बहुमत हासिल कर लिया है।

जानें क्या रहा 7 स्विंग स्टेट्स का हाल

-जॉर्जियाः ट्रंप जीते

-पेंसिल्वेनियाः ट्रंप आगे

-नॉर्थ कैरोलिनाः ट्रंप जीते

-मिशिगनः कमला हैरिस आगे

-विस्कॉन्सिनः डोनाल्ड ट्रंप आगे

-एरिजोनाः ट्रंप आगे चल रहे हैं।

-नेवादाः ट्रंप आगे।

और इस तरह से तय होता है राष्ट्रपति?

अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया अन्य देशों से काफी अलग है। यहां राष्ट्रपति का चुनाव एक अप्रत्यक्ष प्रक्रिया है। राष्ट्रपति के चुनाव सभी राज्यों के नागरिक इलेक्टोरल कॉलेज के कुछ सदस्यों के लिए वोट करते हैं। इन सदस्यों को इलेक्टर्स कहा जाता है। ये इलेक्टर्स इसके बाद प्रत्यक्ष वोट डालते हैं जिन्हें इलेक्टोरल वोट कहा जाता है। इनके वोट अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के लिए होते हैं। ऐसे उम्मीदवार जिन्हें इलेक्टोरल वोट्स में बहुमत मिलता है वे ही राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के लिए चुने जाते हैं।

कुल 538 सीटें हैं। विजेता वही उम्मीदवार होता है जो बहुमत के लिए 270 या उससे अधिक सीटें जीतता है। लेकिन यहां यह जरूरी नहीं कि वही उम्मीदवार राष्ट्रपति बन जाए। यह संभव है कि कोई उम्मीदवार राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अधिक वोट जीत ले लेकिन फिर भी वह इलेक्टोरल कॉलेज की ओर से जीत नहीं पाए। ऐसा मामला 2016 में सामने आया था, जब हिलेरी क्लिंटन इलेक्टोरल कॉलेज की ओर से नहीं जीत पाई थीं।

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