Russia-Ukraine conflict: हिटलर को यहूदी बताने वाले बयान पर पुतिन ने मांगी माफी, जानें क्या था मामला?

रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान एक मध्यस्थ की भूमिका में उभरे इजरायल ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव के बयान पर सख्त आपत्ति जताई थी। इसके बाद उसकी ये भूमिका सवालों के घेरे में आ गई थी

Written By :  Krishna Chaudhary
Published By :  aman
Update:2022-05-06 18:01 IST

व्लादिमीर पुतिन और नेफ्ताली बेनेट (फाइल फोटो) 

Russia-Ukraine Conflict : रूस (Russia) लगातार यूक्रेन (Ukraine) पर अपनी सैन्य कार्रवाई को यह कहकर जायज ठहराता आया है कि वहां अभी 'नाजीवाद' बचा हुआ है, जिसे खत्म करने के लिए उसने ये कार्रवाई की है। बीते दिनों रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (Sergey Viktorovich Lavrov) ने इस संदर्भ में बोलते हुए जर्मन तानाशाह हिटलर (Hitler) को यहूदी (Jewish) बता दिया था।

जिस पर दुनिया का एकमात्र यहूदी देश इजरायल (Israel) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। अब इजरायल सरकार ने एक बयान जारी कर बताया है, कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने अपने विदेश मंत्री की इस टिप्पणी पर माफी मांग ली है।

पुतिन ने मांगी माफी

रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) के दौरान एक मध्यस्थ की भूमिका में उभरे इजरायल ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव के बयान पर सख्त आपत्ति जताई थी। इसके बाद उसकी ये भूमिका सवालों के घेरे में आ गई थी। लेकिन, रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने इस मसले पर स्वयं पहल करते हुए डैमेज कंट्रोल (Damage Control) करने की कोशिश की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार को राष्ट्रपति पुतिन और इजरायल के प्रधानमंत्री नेफ्ताली बेनेट (Naftali Bennett) के बीच फोन पर बातचीत हुई।

रूसी राष्ट्रपति की माफी स्वीकार 

इस बातचीत के बाद इजरायली पीएम के दफ्तर से जारी बयान में कहा, कि प्रधानमंत्री ने लावरोव के बयान को लेकर रूसी राष्ट्रपति की माफी स्वीकार कर ली है। उन्होंने सेकेंड वर्ल्ड वार के दौरान यहूदी लोगों के होलोकॉस्ट को लेकर राष्ट्रपति पुतिन का रुख स्पष्ट करने के लिए भी आभार जताया है।

9 मई को रूस में 'विक्ट्री दिवस' 

हालांकि, दोनों देशों के इस बातचीत के बाद रूस की तरफ से जारी बयान में माफी को लेकर ऐसी कोई बात नहीं कही गई है और न ही इजरायल की ओर से आए बयान को खारिज किया गया है। रूस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि उन्होंने सेकेंड वर्ल्ड वार में नाजियों के हार के ऐतिहासिक महत्व पर चर्चा की। बता दें, कि नौ मई को रूस में विक्ट्री दिवस के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन हिटलर की नाजी सेना ने घुटने टेके थे।

क्या कहा था लावरोव ने?

दरअसल, रूस कई मौकों पर कह चुका है कि उसने यूक्रेन पर हमला इसलिए किया ताकि उसका नाजीकरण न हो पाए। इटालियन न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान जब रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से इस दावे पर सवाल किया गया तो लावरोव ने कहा था, कि यूक्रेन में अभी भी नाजीवाद बचा हुआ है। भले ही वहां के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) खुद एक यहूदी हैं। उन्होंने आगे कहा था, हिटलर भी यहूदी मूल का था। उसके रगों में यहूदी का खून दौड़ता था। कई बार हमने यहूदी लोगों से ही सुना है कि यहूदियों के सबसे बड़े विरोधी यहूदी ही थे। उनके इस बयान पर इजरायल ने सख्त आपत्ति जताई। इजरायल के विदेश मंत्री येर लैपिड ने लावरोव के बयान को अक्षम्य, अपमानजनक और ऐतिहासिक गलती बताया था।

बता दें, कि दूसरे विश्व युद्ध के दौरान नाजियों ने यहूदियों का कत्लेआम किया था। नाजी सेना और उनके साझेदारों ने 60 लाख यहूदियों को मौत के घाट उतारा था। इजरायल के विदेश मंत्री येर लैपिड स्वयं एक होलोकॉस्ट से बचे शख्स के बेटे हैं।

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