WHO ने कोरोना को किया महामारी घोषित, हजारों मौतों के बाद लिया ये बड़ा फैसला

चीन का कोरोना वायरस अब हर देश में फैल कर महामारी बन चुका है, जिस वजह से इस वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी महामारी घोषित किया है।

Update: 2020-03-12 03:45 GMT
WHO ने कोरोना को किया महामारी घोषित, हजारों मौतों के बाद लिया ये बड़ा फैसला

नई दिल्ली: चीन का कोरोना वायरस अब हर देश में फैल कर महामारी बन चुका है, जिस वजह से इस वायरस को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी महामारी घोषित किया है। भारत ने इसको देखते हुए विदेश से आने वाले लोगों का वीजा 15 अप्रैल तक के लिए सस्पेंड कर दिया है। इस प्रतिबंध से राजनायिकों, अधिकारियों, सयुंक्त राष्ट्र संघ और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के कर्मचारियों को छूट मिलेगी। ये प्रतिबंध 13 मार्च 2020 से ही लागू हो जाएगा।

ये भी पढ़ें:इस एक्ट्रेस ने दी धमकी, VIDEO जारी कर सिद्धार्थ शुक्ला से कहा- मेरी सटक गई तो…

सरकार ने ये भी कहा है भारतीय नागरिकों को कठोरतापूर्वक यह सलाह दी जाती है कि गैरजरूरी विदेशी यात्राएं न करें। अगर वे कहीं से भी यात्रा करके वापस लौटते हैं तो उन्हें कम से कम 14 दिन तक लोगों से अलग रखा जा सकता है।

WHO ने कहा है, 'हमारे आंकलन के मुताबिक COVID-19 अब महामारी बन चुका है। स्वास्थ्य संगठन पूरी दुनिया में फैल रहे इस वायरस की सक्रियता से चिंतित है। यह खतरनाक स्तर पर पहुंच रहा है।'

सरकार की ओर से कहा गया है कि जो भी विदेशी शख्स भारत आने की इच्छा रखता है, वो पहले भारतीय दूतावास से संपर्क करे। सभी भारतीय नागरिक और विदेशी नागरिकों को हिदायत दी जाती है कि अगर बेहद जरूरी न हो तो अनावश्यक यात्रा न करें। अगर वे भारत आते हैं तो उन्हें 14 दिन तक लोगों से अलग निगरानी में रखा जा सकता है।

भारत में कोरोना वायरस के 60 पॉजिटिव केस

भारत को भी कोरोना वायरस ने अपने चपेट में ले लिया है। COVID-19 से संक्रमित 60 मरीज भारत में भी हैं। कोरोना वायरस पर स्वास्थ्य मंत्रालय भी अलर्ट मोड पर है। स्वास्थ्य मंत्रालय में लगातार कई राउंड बैठक की जा रही है। कोरोना पर निर्माण भवन में बैठक बुलाई गई थी। बुधवार को हुई इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर, हरदीप सिंह पुरी, नित्यानंद राय, अश्विनी चौबे समेत कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। इस बैठक की अध्यक्षता स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने की। इस बैठक के बाद ही ये फैसला हुआ है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई है

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस के पहले मामले की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही भारत में कोरोना वायरस से पीड़ितों की संख्या 61 हो गई है। कनाडा से लखनऊ अपने रिश्तेदारों से मिलने आई एक महिला में कोरोना की पुष्टि हुई है। हालांकि, महिला के पति की रिपोर्ट निगेटिव आ गई है।

कनाडा से लौटी इस महिला को केजीएमयू के आईसोलेशन वॉर्ड मे रखा गया है। इस बीच कोरोना के खौफ से लखनऊ में इंडियन इंस्टीच्यूट ऑफ मैनेजमेंट (आईआईएम) का दीक्षांत समारोह टाल दिया गया। इससे पहले आईआईएम बैंगलूरू समेत अन्य संस्थानों ने भी समारोह कैंसिल किये थे।

14 दिन के लिए निगरानी में रहेंगे विदेशी यात्री!

चीन, इटली, ईरान, कोरिया, फ्रांस, स्पेन और जर्मनी में जो भी भारतीय या विदेशी यात्री 15 फरवरी तक रहे हों, उन्हें भारत आने पर कम से कम 14 दिन के लिए अलग मेडिकल निगरानी में रखा जाएगा। 13 मार्च के बाद से ही ये व्यवस्था लागू हो जाएगी।

जमीनी सीमाओं पर भी प्रतिबंध लागू

भारत सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के अंदर होने वाली आवाजाही पर भी तय चेक पोस्ट पर नजर रखी जाएगी। हर चेक पोस्ट पर स्क्रीनिंग की जाएगी। इसे अलग से गृह मंत्रालय की ओर से नोटिफाई किया जाएगा।

ये भी पढ़ें:21 जून को लेह में होगा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का मुख्य राष्ट्रीय कार्यक्रम

क्या कहते हैं विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े?

WHO के मुताबिक COVID-19 वायरस का फैलाव बेहद तेजी से हो रहा है। प्रभावित देशों में इसकी संख्या 3 गुनी बढ़ रही है। दुनियाभर में कोरोना संक्रमण के कुल 118,000 मामले सामने आ चुके हैं। 114 देशों में कोरोना वायरस फैल चुका है। वायरस की वजह से अब तक कुल 4,291 लोग जिंदगी गंवा चुके हैं। कई हजार लोग अस्पतालों में जिंदगी मौत से जूझ रहे हैं।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News