Lebanon Pager Blast: कौन है रिनसन जोस जिसका नाम जुड़ा लेबनान धमाकों से
Lebanon Pager Blast: लेबनान में हुए विस्फोट को हिजबुल्लाह को निशाना बनाकर किए गए थे और प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ये पेजर नोर्टा ग्लोबल लिमिटेड द्वारा प्रदान किए गए थे, जो जोस से जुड़ी सोफिया, बल्गारिया स्थित कंपनी है।
Lebanon Pager Blast: लेबनान में विनाशकारी पेजर और वाकी-टाकी धमाकों से एक भारतीय मूल के मलयाली बिजनेसमैन का नाम जुड़ रहा है। धमाकों की घटना में 39 वर्षीय उद्यमी और नॉर्वे के नागरिक रिनसन जोस की संलिप्तता की जांच की जा रही है। जोस मूल रूप से केरल के वायनाड मनंतावडी के रहने वाले हैं और वर्तमान में नॉर्वे के ओस्लो में रह रहे हैं। जोस ‘नोर्टा ग्लोबल लिमिटेड’ के मालिक हैं, जो एक बल्गेरियाई शेल कंपनी है और कहा जा रहा है कि यही कथित तौर पर हिजबुल्लाह को पेजर की सप्लाई करने में शामिल है।
लेबनान में हुए विस्फोट को हिजबुल्लाह को निशाना बनाकर किए गए थे और प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि ये पेजर नोर्टा ग्लोबल लिमिटेड द्वारा प्रदान किए गए थे, जो जोस से जुड़ी सोफिया, बल्गारिया स्थित कंपनी है। अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने बताया है कि जोस की कंपनी को ताइवान से पेजर के कंपोनेंट मिले थे, जिनका इस्तेमाल उपकरणों के निर्माण के लिए किया गया था। पेजर का निर्माण हंगरी की कंपनी बीएसी कंसल्टिंग द्वारा ताइवान की फर्म गोल्ड अपोलो के ट्रेडमार्क के तहत किया गया था, लेकिन उन्हें कथित तौर पर नॉर्टा ग्लोबल के माध्यम से हासिल किया गया था। बताया जाता है कि जोस लापता है और विस्फोटों के दिन से उसे और उसकी पत्नी को नहीं देखा गया है, ऐसी अटकलें हैं कि वह संभवतः अमेरिका या यूके भाग गए हैं जहां उनका छोटा भाई रहता है।
रिनसन जोस कौन है?
पॉन्डिचेरी यूनिवर्सिटी से एमबीए और ओस्लो मेट्रोपोलिटियन यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल सोशल वेलफेयर एंड हेल्थ पॉलिसी में मास्टर्स करने वाले जोस एक दशक से भी पहले नॉर्वे चले गए थे। जोस आखिरी बार नवंबर में अपने घर आए थे और जनवरी में वापस लौटे थे, उनके चाचा ने ‘मनोरमा ऑनलाइन’ को बताया। रिनसन के पिता जोस मूथेडम एक दर्जी हैं और मनंतावडी में उनकी एक दुकान है।
रिनसन 2012 में नॉर्वे चला गया था और उसके पास नॉर्वे की नागरिकता है। वह कई उपक्रमों में शामिल हैं, जिसमें नॉर्टालिंक नामक एक आईटी कंसल्टिंग फर्म भी शामिल है। वह ओस्लो में डीएन मीडिया ग्रुप के लिए कस्टमर जर्नी और सीआरएम लीड के रूप में काम करता है। वह इंडियन स्पोर्ट एंड कल्चरल एसोसिएशन ऑफ़ नॉर्वे नामक एक सांस्कृतिक संगठन भी चलाता है।
परिवार ने हैरानी जताई
वायनाड के मनंतावडी में जोस के परिवार ने आरोपों पर हैरानी जताई है, उसके चाचा थंकाचन ने किसी भी तरह की अवैध गतिविधि के संदेह से इनकार करते हुए कहा कि रिनसन जोस एक हफ्ते पहले ही परिवार के संपर्क में था और हमेशा एक अच्छा व्यवहार करने वाला इंसान रहा है। वायनाड जिला पुलिस प्रमुख तपोश बसुमतारी ने पुष्टि की कि स्थानीय अधिकारियों को मामले की संवेदनशील प्रकृति के बारे में पता है और उन्होंने मनंतावडी में रिनसन के परिवार को सुरक्षा प्रदान की है। थंकाचन के अनुसार रिनसन जोस आखिरी बार 2022 में अपने गृहनगर आया था। उन्होंने कहा कि ने कहा कि उन्हें संदेह है कि रिनसन को उनके व्यापारिक सौदों के बारे में धोखा दिया गया है या गुमराह किया गया है। घटना के बाद से परिवार उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है। जोस के चचेरे भाई अजू जॉन ने बताया, "उसने मुझे बुल्गारिया में अपनी किसी कंपनी या वहां अपने किसी व्यापारिक संबंध के बारे में कभी नहीं बताया। हम बहुत चिंतित हैं क्योंकि यह आतंकवादी संगठनों पर हमले से जुड़ा हुआ है।,"
सुरक्षा एजेंसी ने कुछ और बात कही
हंगरी के मीडिया आउटलेट टेलेक्स ने पेजर डील के बारे में सूत्रों के हवाले से कहा, "हालाँकि कागज़ों पर यह बीएसी कंसल्टिंग थी जिसने गोल्ड अपोलो के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन वास्तव में इस डील के पीछे नॉर्टा ग्लोबल का हाथ था।" वैसे, बुल्गारिया की राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी एसएएनएस द्वारा की गई जांच ने जोस और नॉर्टा ग्लोबल को विस्फोटों से संबंधित विस्फोटकों की शिपमेंट में किसी भी प्रत्यक्ष संलिप्तता से बरी कर दिया है, जिसमें दावा किया गया है कि ऐसा कोई भी उपकरण बुल्गारिया से होकर नहीं गुजरा। एजेंसी ने कहा, "सत्यापन के बाद, यह निर्विवाद रूप से स्थापित हो गया है कि 17 सितंबर को हुए विस्फोटों से संबंधित कोई भी संचार उपकरण बुल्गारिया में आयातित, निर्यातित या निर्मित नहीं किया गया था।"