FIFA WC: जाकिर नाइक को निमंत्रण भेजने पर कतर ने कहा- भारत के साथ संबंध खराब करने की साजिश
FIFA WC 2022: भारत के कड़े रूख को देख देते हुए कतर सरकार ने सफाई पेश की है। फीफा वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह में इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं भेजा गया था।
FIFA WORLD CUP 2022: दुनिया के सबसे बड़े खेल आयोजनों में शुमार फुटबॉल विश्व कप पहली दफा किसी अरब मुल्क (कतर) में खेला जा रहा है। लेकिन यह वर्ल्ड कप शुरूआत से ही किसी न किसी वजह से विवादों में है। सबसे बड़ा विवाद कट्टरपंथी इस्लामिक उपदेशक और भारत का भगोड़ा जाकिर नाइक (Zakir Naik) के कतर में मौजूदगी को लेकर हुआ। भारत में लोगों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। सोशल मीडिया पर बॉयकॉट फीफा वर्ल्ड कप इन कतर ट्रेंड करने लगा था।
भारत सरकार ने की थी कतर के सामने सख्त नाराजगी जाहिर
इतना ही नहीं भारत सरकार (Indian Government) ने भी कतर के सामने सख्त नाराजगी जाहिर की थी। भारत के कड़े रूख को देख देते हुए कतर सरकार ने सफाई पेश की है। कतर ने विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक को फीफा वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह में आमंत्रित किए जाने की बात को पूरी तरह से खारिज किया है। खाड़ी देश ने राजनयिक चैनलों के माध्यम से भारत को सूचित किया है कि जाकिर नाइक को इसके लिए कोई आधिकारिक निमंत्रण नहीं भेजा गया था।
भारत के साथ संबंधों को खराब करने की साजिश
कतर ने अपने बयान में कहा कि किसी तीसरे देश द्वारा इस तरह का अफवाह फैलाया जा रहा है ताकि दोनों देशों के रिश्ते खराब हो सकें। दरअसल, जाकिर नाइक के विश्व कप में मौजूदगी पर भारत ने साफ शब्दों में कतर के सामने अपनी नाराजगी व्यक्ति की थी। भारत ने कहा था कि यदि उद्घाटन समारोह के दौरान विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक वहां मौजूद रहता है तो उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का कार्यक्रम रद्द कर दिया जाएगा। जिस पर कतर ने नाइक के निमंत्रण भेजने की बात को खारिज करते हुए कहा कि भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को खराब करने के मकसद से इस तरह की गलत सूचनाएं फैलाई जा रही हैं। बता दें कि उपराष्ट्रपति धनखड़ 20 नवंबर को कतर में फीफा विश्व कप उद्घाटन समारोह में शामिल हुए और अगले दिन वापस नई दिल्ली लौट आए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जाकिर नाइक उस दौरान फीफा स्टेडियम के दौरान कहीं आसपास नजर नहीं आया था।
भारत से फरार हो चुका है नाइक
मुस्लिम युवाओं में अपनी तकरीरों के जरिए कट्टरपंथ का जहर घोलने वाला जाकिर नाइक साल 2016 से भारत से फरार है। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग के अलावा भड़काऊ भाषण के जरिए कट्टरपंथ को बढ़ावा देने का आरोप है। नाइक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन पर इस साल मार्च में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यूएपीए के तहत पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था। जाकिर नाइक पर बांग्लादेश, कनाडा और ब्रिटेन समेत कई देशों ने पाबंदी लगा रखा है। भारत से फरार होने के बाद वह मलेशिया में रह रहा है। भारत सरकार इंटरपोल के जरिए उसे पकड़ने की कोशिश में जुटी हुई है।