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बिहार में आज पीएम मोदी और राहुल की टक्कर, नीतीश और तेजस्वी भी संभालेंगे मोर्चा
पीएम मोदी के साथ मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे तो राहुल के मंच पर महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए गए तेजस्वी यादव कमान संभालेंगे।
नई दिल्ली: बिहार में पहले चरण के मतदान की तिथि नजदीक आने के साथ ही चुनाव प्रचार काफी तेज हो गया है। चुनावी मैदान में एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए सियासी दांव चले जा रहे हैं। राज्य में शुक्रवार को चुनावी पारा चरम पर पहुंच जाएगा जब देश के दो शीर्ष नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व कांग्रेसी अध्यक्ष राहुल गांधी चुनावी रण में कूदेंगे।
पीएम मोदी के साथ मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे तो राहुल के मंच पर महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए गए तेजस्वी यादव कमान संभालेंगे। ऐसे में शुक्रवार का दिन काफी अहम बताया जा रहा है क्योंकि दोनों ओर से सियासी हमले करके अपने उम्मीदवारों की स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश की जाएगी।
मुख्य मुकाबला दो गठबंधनों के बीच
बिहार के सियासी मैदान में सभी दलों ने अपनी सेनाएं सजा ली हैं और एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का तीखा दौर शुरू हो चुका है। सियासी रण में चुनावी बाजी जीतने के लिए वैसे तो कई गठबंधनों ने मोर्चा संभाल रखा है मगर सियासी जानकारों की नजर में मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच ही माना जा रहा है।
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एनडीए के गठबंधन में जदयू, भाजपा, हम और वीआईपी शामिल हैं तो महागठबंधन में राजद, कांग्रेस और वामदलों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देने के लिए मोर्चा संभाल रखा है। ऐसे में हर किसी की नजर शुक्रवार को होने वाली रैलियों पर टिकी है जब दोनों सेनाओं के मुख्य सेनापति पीएम मोदी और राहुल गांधी एक-दूसरे को जवाब देने के लिए चुनावी मैदान में उतरेंगे।
नीतीश और तेजस्वी आमने-सामने
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 साल के अपने काम और बिहार को और विकसित राज्य बनाने के आधार पर वोट मांग रहे हैं। दूसरी और राजद के नेता तेजस्वी यादव नीतीश के दावों को खोखला बताते हुए युवा चेहरे को एक बार आजमाने की अपील कर रहे हैं।
तेजस्वी का आरोप है कि नीतीश ने युवाओं, मजदूरों और किसानों के लिए अपने लंबे शासनकाल के दौरान कोई काम नहीं किया। तेजस्वी यादव ने दस लाख युवाओं को नौकरी देने का बड़ा चुनावी वादा किया है।
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मोदी फैक्टर पर टिकी हर किसी की नजर
बिहार चुनाव में एनडीए के पक्ष में चुनावी माहौल बनाने के लिए पीएम मोदी की भूमिका को सबसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। पीएम मोदी की मतदाताओं पर मजबूत पकड़ मानी जाती है और उनके चेहरे को भुनाने के लिए एनडीए की ओर से बिहार में 12 रैलियों का कार्यक्रम तैयार किया गया है।
मोदी 23 अक्टूबर को सासाराम से अपनी चुनावी रैलियों की शुरुआत करेंगे और उसी दिन उनकी दो और रैलियां गया व भागलपुर में भी आयोजित की जाएंगी।
पहले चरण की सीटों के लिए प्रधानमंत्री की सिर्फ यही तीन रैलियां होंगी और इनके माध्यम से वे 71 सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे।
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28 को होगा पीएम मोदी का दूसरा दौरा
उनकी नौ और रैलियां दूसरे व तीसरे चरण की सीटों के लिए होंगी। पीएम मोदी के दूसरे दौर की रैलियां 28 अक्टूबर को शुरू होंगी और इस दिन वे दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना में रैलियां करेंगे।
मोदी का तीसरा दौरा एक नवंबर को छपरा, पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर में होगा। प्रधानमंत्री का चौथा और अंतिम दौरा 3 नवंबर को होगा जिसमें में पश्चिम चंपारण, सहरसा और अररिया के फारबिसगंज में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे।
सियासी जानकारों का कहना है कि पीएम मोदी की रैलियां ऐसी जगहों पर रखी गई है जहां लोजपा जेडीयू और भाजपा उम्मीदवारों को नुकसान पहुंचाने की स्थिति में दिख रही है।
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पहले चरण में राहुल की दो रैलियां
दूसरी और महागठबंधन के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने के लिए राहुल गांधी शुक्रवार को दो रैलियों को संबोधित करेंगे। वे अपनी चुनावी रैलियों की शुरुआत हिसुआ से करेंगे और उसी दिन उनकी दूसरी सभा भागलपुर के कहलगांव में होगी।
कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि राहुल की चुनावी सभाओं में आसपास के विधानसभा क्षेत्रों के महागठबंधन उम्मीदवार भी शामिल होंगे। इन सीटों पर पहले चरण में चुनाव होने हैं।
बिहार में छह चुनावी रैलियां करेंगे राहुल
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख मदन मोहन झा ने बताया अभी तक राहुल गांधी ने प्रत्येक चरण में दो-दो यानी कुल 6 चुनावी रैलियों को संबोधित करने के लिए अपनी सहमति दी है।
उन्होंने बताया कि पहले चरण की चुनावी सभाओं के बाद राहुल के चुनाव प्रचार का कार्यक्रम और स्थल अभी तय होना बाकी है। राहुल गांधी ने गुरुवार को भाजपा के घोषणापत्र पर बड़ा हमला बोला था।
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वैक्सीन के मुफ्त वादे पर घमासान
राहुल का कहना था कि कोरोना के मुफ्त वैक्सीन पाने के लिए पहले आपको यह पता करना होगा कि आपके राज्य में चुनाव कब हैं। राहुल गांधी की यह टिप्पणी भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए उस वादे पर आई है जिसमें बिहार में मुफ्त वैक्सीन देने का चुनावी वादा किया गया है। भाजपा के चुनावी वादे पर सियासी घमासान छिड़ गया है। शुक्रवार की चुनावी रैलियों में भी इस मुद्दे पर जोरदार आरोप-प्रत्यारोप की उम्मीद जताई जा रही है।
नीतीश और तेजस्वी भी संभालेंगे मोर्चा
पीएम मोदी और राहुल की रैलियों पर इसलिए भी लोगों की नजर टिकी हुई है क्योंकि पीएम मोदी के मंच पर जहां नीतीश कुमार होंगे वहीं राहुल गांधी के मंच पर तेजस्वी यादव एनडीए पर हमला करने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेंगे। राहुल गांधी की हिसुआ में होने वाली रैली में तेजस्वी यादव उनके साथ मंच पर होंगे। वामदलों के कुछ नेताओं के भी मंच पर होने की संभावना जताई जा रही है। नीतीश और तेजस्वी के बीच पहले ही एक-दूसरे पर सियासी वार का दौर चल रहा है और अब पीएम मोदी और राहुल गांधी की मौजूदगी में यह घमासान और तेज होने की संभावना जताई जा रही है।
लोजपा को लेकर क्या बोलेंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों पर लोगों की निगाह इसलिए भी टिकी हुई है क्योंकि लोजपा के एनडीए से बाहर होने के बाद अभी तक उन्होंने इस मुद्दे पर कुछ भी नहीं बोला है। लोजपा प्रमुख चिराग पासवान बार-बार यह कहते रहे हैं कि पीएम मोदी हमारे नेता है और मुझे उनका आशीर्वाद प्राप्त है। दूसरी ओर वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार हमले कर रहे हैं।
गुरुवार को भी उन्होंने नीतीश कुमार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि कहीं प्रधानमंत्री का आशीर्वाद लेने के बाद नीतीश एक बार फिर कहीं लालू की शरण में न चले जाएं। भाजपा नेताओं की ओर से बार-बार यह स्पष्ट किया जा रहा है कि लोजपा एनडीए का हिस्सा नहीं है और भाजपा का लोजपा से कोई लेना देना नहीं है।
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दूसरी ओर लोजपा प्रमुख चिराग पासवान लगातार कह रहे हैं कि चुनावी नतीजे के बाद लोजपा की मदद से सरकार बनेगी और मुख्यमंत्री भाजपा का होगा। ऐसे में हर किसी की नजर पीएम मोदी की रैलियों पर टिकी है कि आखिरकार लोजपा से रिश्ते को लेकर प्रधानमंत्री क्या बोलते हैं।
प्रियंका की डिमांड मगर दौरा अभी तय नहीं
बिहार चुनाव में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की चुनावी सभाओं को लेकर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी है। हालांकि कांग्रेस उम्मीदवारों की ओर से प्रियंका की चुनावी सभाओं की डिमांड की जा रही है मगर अभी तक प्रियंका के दौरे का कोई कार्यक्रम नहीं बन सका है।
बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने तीन चरणों में अपने 70 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं। इसके साथ ही बाल्मीकि नगर में हो रहे लोकसभा उपचुनाव में भी कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी उतारा है। पिछले बार के चुनाव में कांग्रेस 41 विधानसभा सीटों पर चुनाव मैदान में उतरी थी।
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