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वैक्सीन पर तगड़ा झटका: 7 में से 1 में दिखे साइड इफेक्ट, मिलीं ये शिकायतें
एक बार फिर से कोविड-19 वैक्सीन Sputnik V सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल, वैक्सीन की डोज लेने वाले हर सात में से एक वॉलंटियर में साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं।
नई दिल्ली: तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस संक्रमण के बीच रूस ने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया था। हालांकि रूस की कोरोना वैक्सीन शुरू से ही सवालों के घेरे में रही है। अब एक बार फिर से कोविड-19 वैक्सीन Sputnik V सवालों के घेरे में आ गई है। दरअसल, वैक्सीन की डोज लेने वाले हर सात में से एक वॉलंटियर में साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं। ये खुलासा खुद रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने किया है।
14 फीसदी वॉलंटियर्स में दिखे साइड इफेक्ट
रूस के स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराश्को ने कहा कि वैक्सीन लेने वाले करीब 14 फीसदी वॉलंटियर्स में इसके साइड इफेक्ट देखे गए हैं। मीडिया रिपोर्ट में स्वास्थ्य मंत्री के हवाले से कहा गया है कि कोरोना वैक्सीन लेने के बाद हर सात में से एक वॉलंटियर ने कमजोरी और मांसपेशियों में दर्द की शिकायत की। हालांकि इन साइड इफेक्ट के मामले की पहले से ही जानकारी थी और ये अगले दिन ही ठीक भी हो गए थे।
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21 दिनों में लोगों के शरीर में बनी एंटीबॉडी
बता दें कि वैक्सीन Sputnik V के क्लिनिकल ट्रायल के शुरूआती परिणाम चार सितंबर को द लैंसेट जर्नल में प्रकाशित किए गए थे। ये वैक्सीन दो भागों में 76 लोगों को दी गई थी। इन नतीजों से पता चला कि यह वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है और वॉलंटियर्स के शरीर में 21 दिनों में वैक्सीन से बिना किसी गंभीर साइड इफेक्ट के एंटीबॉडी बनी है।
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वैक्सीन पर तगड़ा झटका: 7 में से 1 में दिखे साइड इफेक्ट, मिलीं ये शिकायतें (फोटो- सोशल मीडिया)
लोगों ने की इसकी शिकायतें
जर्नल में कोरोना वैक्सीन Sputnik V के साइड इफेक्ट के बारे में भी बताया गया था। इसके मुताबिक, वैक्सीन लेने वाले 58 फीसदी लोगों नें इंजेक्शन लगाने वाली जगह पर दर्द की शिकायत की थी। जबकि 50 फीसदी लोगों ने तेज बुखार की। वहीं 42 फीसदी ने सिर दर्द, 28 फीसदी ने कमजोरी और 24 फीसदी लोगों ने मांसपेशियों में दर्द की शिकायत की थी।
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बता दें कि कुछ दिन पहले ही करीब 50 वैज्ञानिकों ने रूस की वैक्सीन की सुरक्षा पर संदेह खड़े करते हुए लैंसेट को एक खुली चिट्ठी लिखी थी, जिसके बाद मैगजीन ने स्टडी के लेखकों से वैज्ञानिकों के सवालों के जवाब देने के लिए कहा था।
वैक्सीन पर तगड़ा झटका: 7 में से 1 में दिखे साइड इफेक्ट, मिलीं ये शिकायतें (फोटो- सोशल मीडिया)
भारतीय कंपनी से 10 करोड़ डोज के लिए करार
वहीं रूस की वैक्सीन को लेकर भारत के लोगों के लिए भी बातचीत जारी है। रशियन डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड (RDIF) ने भारतीय कंपनी को वैक्सीन की दस करोड़ डोज देने के लिए करार साइन किया है। वैक्सीन का ट्रायल पूरा होने के बाद सप्लाई की प्रक्रिया इस साल के अंत तक शुरू की जाएगी। बता दें कि इस वैक्सीन को मंजूरी देने से पहले भारत में भी लोगों पर वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल किया जाएगा।
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11 अगस्त को रूस ने किया था लॉन्च
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 11 अगस्त को कोरोना वायरस वैक्सीन Sputnik V को लॉन्च किया था। लेकिन ये वैक्सीन शुरू से ही आलोचना का शहर हो रही है। कई देशों से वैक्सीन को लेकर आलोचना झेल रहे रूस ने हाल ही में Sputnik V वैक्सीन को लेकर दोबारा दावा किया था कि यह वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित है।
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