Jeep Compass Production: जीप कंपनी ने अपने वेरिएंट जीप कंपास का प्रोडक्शन किया बंद, 2026 में हो सकती है वापसी
Jeep Compass Production Discontinue: जीप कंपनी ने अपने वेरिएंट जीप कंपास की प्रोडक्शन को बंद कर दिया है और इसे 2026 में वापसी करने की संभावना है। जीप कंपास एक प्रसिद्ध संचार कार है जो उच्च गुणवत्ता, सुरक्षा और एक्सेलरेशन के साथ आगे आती है। यह क्रॉसओवर सीडान कार के रूप में प्रशंसा प्राप्त कर रही है
Jeep Compass Production: भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट की दिग्गज ऑटोमेकर कंपनी पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपने कुछ सेगमेंट का प्रोडक्शन बंद करने जा रही है। वाहन निर्माता कंपनी जीप इंडिया ने अपनी कंपास एसयूवी के पेट्रोल इंजन वेरिएंट्स को बंद करने का फैसला लिया है। जिसकी मुख्य वजह इसमें मिलने वाला 1.4-लीटर टर्बो-पेट्रोल यूनिट बताया जा रहा है, जो कि अप्रैल में लागू हुए नए BS6 स्टेज 2 नॉर्म्स पर खरा नहीं उतरता। इस दिशा में कंपनी ने पहल करते हुए दिसंबर 2022 में ही कंपास एसयूवी के मैनुअल वेरिएंट का प्रोडक्शन बंद कर दिया गया था। जीप ने पहले ही इस वेरिएंट के विदेशी बाजारों में BS6 नॉर्म्स के कारण 1.4-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन को बंद कर दिया था। जबकि यह इंजन अभी भी दक्षिण अमेरिका और यूरोप जैसे बाजारों में मौजूद था। जिसे फेसलिफ़्टेड मॉडल के साथ, दमदार परफॉर्मेंस वाले 2020, 1.3-लीटर टर्बो-पेट्रोल इंजन में कनवर्ट कर दिया गया था। जीप कम्पनी ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एक एक अपने सभी सेगमेंट्स को अपडेट करने के लिए उन्हें लिस्ट आउट कर दिया है। कम्पनी ने मैनुअल वेरिएंट के बाद पेट्रोल इंजन का प्रोडक्शन बंद करना शुरू कर दिया था। वर्तमान में मार्केट में बिक्री हो रहे डीसीटी ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ पेट्रोल इंजन वेरिएंट की बिक्री पर भी अब रोक लगा दी है।मीडिया द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस बात का कयास लगाया जा रहा है कि जीप कम्पनी ये वेरिएंट अप डेट होकर जल्द ही वापसी करेंगे।
सेल रिपोर्ट के आधार पर नहीं किया अपडेट
इस एसयूवी की बिक्री की बात करें तो मेट्रो शहरों में भी पेट्रोल वेरिएंट जीप कंपास की लगभग एक महीने में केवल लगभग 650 यूनिट की ही बिक्री कर पा रही थी। जिसका मतलब है कि पेट्रोल वेरिएंट की हिस्सेदारी महीने में 350-400 यूनिट ही सिमट कर रह गई थी।
जीप कम्पनी चाहती तो अपने कम्पास वेरिएंट को भारत में कड़े BS6 चरण 2 उत्सर्जन मानदंडों को देखते हुए पुराने 1.4-लीटर इंजन को नए 1.3-लीटर इंजन को समय के साथ अपडेट कर रिलॉन्च कर सकती थीं। लेकिन कंपनी ने अपने इस वेरिएंट की सेल रिपोर्ट के आधार पर फिलहाल अभी कुछ समय के लिए मार्केट से बाहर कर दिया है। इस वेरिएंट की स्थानीय बिक्री और एक्सपोर्ट को देखते हुए नजर डालें तो जीप कंपास पेट्रोल इंजन की भारत में लगभग 50 से 60 प्रतिशत ही बिक्री हो रही थी इसी के साथ देश के मेट्रो शहरों में भी इसका बिक्री प्रतिशत कुछ खास मुनाफा होता नहीं दिख रहा था। जीप कम्पनी को एक फेल हो चुके वेरिएंट के लिए एक नया इंजन लाना मुनाफे का सौदा साबित होता नहीं दिख रहा था, किसलिए कम्पनी ने इस वेरिएंट के इंजन की अपडेट कर रिलॉन्च नहीं किया।
डीजल वेरिएंट भी हुआ लिस्ट से बाहर
जीप कम्पनी ने टॉप-स्पेक ट्रेलहॉक मॉडल को जीप इंडिया की वेबसाइट से हटा दिया है, लेकिन यह वेरिएंट अभी तक तक मार्केट में दिख सकता है। जब तक कुछ डीलरों के पास इसका थोड़ा स्टॉक अभी मौजूद है। यह वेरिएंट 2.0-लीटर डीजल इंजन और 4x4 ड्राइवट्रेन के साथ बिक्री किया जा रहा था। फिलहाल जीप ने कंपास के टॉप-स्पेक ट्रेलहॉक वेरिएंट के प्रोडक्शन को भी अब पूरी तरह बंद कर दिया है। भारत में जीप कंपास का मुकाबला टाटा सफारी और महिंद्रा एक्सयूवी 700 जैसी कारों से होता है।
कुछ वर्षों में हो सकती है वापसी
जीप इंडिया कंपनी अपने कंपास सेगमेंट का प्रोडक्शन बंद करने के बाद इस वेरिएंट की बिक्री प्रतिशत बढ़ाने के लिए इस सेगमेंट में कुछ खास फीचर्स को शामिल करेगी। आज के दौर के आकर्षक अत्याधुनिक तकनीक से लैस वाहनों को टक्कर देने के लिए अपकमिंग सेगमेंट को तैयार कर वापसी करेगी। भारत में कंपास लाइन-अप में 2026 में आने वाले नेक्स्ट जेनरेशन मॉडल के साथ पेट्रोल इंजन की वापसी के साथ इलेक्ट्रिक वर्जन भी आने की उम्मीद लगाई जा रही है। भारत में जीप कंपास का मुकाबला टाटा सफारी और महिंद्रा एक्सयूवी 700 जैसी कारों से होता है. सफारी में एकमात्र डीजल इंजन, जबकि एक्सयूवी 700 में पेट्रोल और डीजल इंजन का विकल्प मिलता है।