Second Hand Car लेते वक्त रखिए सावधानी से इन बातों का ध्यान, वरना छोटी सी चूक से लग सकता है आपको लाखों का चूना....
Second Hand Car : यदि आप एक बस की यात्रा कर रहे हैं, तो आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए। यह सुनिश्चित करेगा कि आपको किसी भी छोटी सी गलती की वजह से भारी नुकसान न हो।
Second Hand Car : आज के दौर में जब लोग अपने कार के शौक के चलते कपड़ों की तरह गाड़ियों को बदल रहें हैं। ऐसे में यूज्ड कार लेना कोई घाटे का सौदा नहीं। लेकिन क्या आपको यूज्ड कार लेने से पहले बारीकी से इन बिंदुओं के बारे में जानकारी है कि हमें सेकंड हैंड कार की डील करते वक्त किन किन बातों पर गौर करना चाहिए। आजकल बढ़ती महंगाई और ट्रांसफरेबल जॉब के चलते अकसर लोग सेकंड हैंड कार को ज्यादा महत्व देते हैं। लेकिन वो या तो किसी परिचित या फिर किसी ऑथराइज्ड सेकंड हैंड कार डीलर के माध्यम से ली गई हो।
असल में एक नई कार लेने से कहीं ज्यादा दिक्कतें पुरानी कार खरीदने में आती हैं।सर्विस सेंटर से धुलवा कर लाई गई पुरानी कार को देखकर आपके साथ धोखा होने की संभावना रहती है। जिसमें तकनीकी खामियों में कई ऐसे कीमती पार्ट होते हैं जिन्हें लोग कामचलाउ बना कर और कस्टमर को धोखे में रखकर अपनी पुरानी कार को बेच देते हैं। ये गाड़ियां कुछ ही दिनों में खराब होना शुरू हो जाती हैं। जिसमें आपका लाखों रुपया पानी में डूब सकता है। अगर इस समय आप एक सेकंड हैंड कार खरीदने का मन बना रहें हैं तो आपको यहां पर बताई जा रही कुछ जरूरी सावधानियों का खयाल रखकर आप एक बड़े नुकसान से बच सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार से......
प्वाइंट नंबर 1
अकसर ऐसा होता है कि गाड़ी के कई मेजर पार्ट्स में तकनीकी खराबी आने के कारण उन्हें वाहन मालिक समय समय पर बदलवा चुका होता है। यदि उस यूज्ड कार को आप खरीदते हो तो आपको इस बारे में पूरी जानकारी होने का हक है। इसलिए यूज्ड कार खरीदने से पहले उसकी हिस्ट्री रिपोर्ट की जांच करवाना बेहद जरूरी होता है। जिससे आप गाड़ी की वास्तविक स्थिति से वाकिफ हो सकेंगे साथ उसकी वर्तमान स्थिति को बेहतर ढंग से समझने में भी काफी आसानी होगी। इससे आप गाड़ी के बारे में पूरी तरह से अपनी राय बना पाएंगे।
प्वाइंट नंबर 2
यूज्ड कार लेते वक्त एडवांस मनी देने से पहले इस बात का इत्मीनान जरूर कर लें की जिस कार को आप लेने जा रहें हैं, असल में वर्तमान में उसकी क्या स्थिति है। क्योंकि कोई भी वाहन मालिक जल्दी कभी अपनी कार की कमियां नहीं बताता, उल्टा उसकी अच्छाइयों का बखान करता नजर आता है। इसलिए डील फाइनल करने से पहले गाड़ी को हर एक एंगल से अच्छी तरह से जांच परख कर लें ताकि बाद में अफसोस न करना पड़ जाए। इसके लिए किसी अच्छे मैकेनिक से उस कार की जांच करवाना बेहद जरूरी होता है। ताकी आपको गाड़ी की असली कंडीशन के बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
प्वाइंट नंबर 3
गाड़ी को खरीदने से पहले उसको इत्मीनान से कहीं लंबी दूरी पर टेस्ट ड्राइव के लिए जरूर लेकर जाएं। ताकि आपको गाड़ी के मुख्य इक्विपमेंट्स जैसे कि इंजन, ब्रेक, सस्पेंशन और अन्य पुर्जों के बारे में सही स्थिति का अंदाजा लग सके। इस तरह की सावधानी से आपको आगे चल कर कार से जुड़ी किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।
प्वाइंट नंबर 4
यहां बताए जा रहे सारे बिंदुओं पर गौर करने के बाद आप उस गाड़ी के पेपर्स भी जरूर अच्छी तरह से चेक कर लें। खास तौर से सेल की जा रही सेकंड हैंडकार की आरसी पर लिखे वीआईएन का कार के वीआईएन से मिलान कर लें, फ्रॉड की भी संभाना हो सकती है। इसी के साथ कार विक्रेता का भी वेरिफिकेशन जरूर कर लें। कभी कभी क्रिमिनल रिकॉर्ड के हालत गाड़ी आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
प्वाइंट नंबर 5
यूज्डकार को खरीदने से पहले उस गाड़ी से जुड़े मॉडल की मार्केट वैल्यू जरूर पता कर लें। इस तरह की जानकारी से उस कार के पुर्जों की उपलब्धता और उस गाड़ी से जुड़ी खूबियों और खामियों के बारे में आपको गहराई से पता लग सकेगा ताकि उस गाड़ी की आप सही कीमत पर डील तय कर सकें।