West Bengal Politics: ममता के आम मोदी और शाह के नाम, रिश्तों में तल्खी के बीच मिठास घोलने की कोशिश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी ओर से पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही नहीं बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी मीठे आमों का तोहफा भेजा है।
West Bengal Politics: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र सरकार के बीच रिश्तों में तल्खी जगजाहिर है। पश्चिम बंगाल में हाल में हुए विधानसभा चुनावों ने इस तल्खी को कई गुना बढ़ा दिया है। चुनावों के बाद केंद्र सरकार पर लगातार हमला बोलने वाली मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अब तल्खी वाले रिश्तों में मिठास खोलते हुए आम डिप्लोमेसी का सहारा लिया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी ओर से पहल करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही नहीं बल्कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी मीठे आमों का तोहफा भेजा है। ममता ने बुधवार को ही गृह मंत्री शाह पर तीखा हमला बोला था मगर गुरुवार को उन्होंने पुरानी परंपरा निभाते हुए मोदी के साथ शाह को भी आमों की टोकरी भेजी है।
दस साल पहले शुरू की थी परंपरा
पश्चिम बंगाल का पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद ममता ने 2011 में दिल्ली के प्रमुख नेताओं को बंगाल से आम का तोहफा भेजने की परंपरा शुरू की थी। पश्चिम बंगाल में पिछले विधानसभा चुनावों के बाद ममता और भाजपा के रिश्तों में काफी ज्यादा तल्खी आ चुकी है। इसके बावजूद ममता ने इस बार भी इस परंपरा का निर्वाह किया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लिए पश्चिम बंगाल से उन नामों की टोकरी भेजी है जिनका हर कोई दीवाना है। ममता के करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध हिमसागर, मालदा और लक्ष्मण भोग आम दिल्ली भेजे हैं।
कई अन्य नेताओं को भी भेजा आमों का तोहफा
ममता ने मोदी और शाह को ही नहीं बल्कि दिल्ली के कई अन्य नेताओं को भी बंगाल के मशहूर आम भेजे हैं। ममता ने जिन नेताओं को पश्चिम बंगाल के आम खाने के लिए भेजे हैं, उनमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी ममता की ओर से आम का तोहफा भेजा गया है। विभिन्न मुद्दों पर ममता का खुलकर समर्थन करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास भी ममता के आमों की टोकरी पहुंची है।
ममता सरकार और केंद्र के रिश्ते काफी तनावपूर्ण
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले ही ममता और केंद्र सरकार के रिश्ते काफी तनावपूर्ण रहे हैं। विभिन्न मुद्दों को लेकर दोनों पक्षों के बीच जबर्दस्त टकराव दिखता रहा है और इसे लेकर ममता हमेशा केंद्र सरकार को घेरती रही हैं। विधानसभा चुनाव में आग में घी डालने का काम किया है।
भाजपा ने गत विधानसभा चुनावों को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया था और भाजपा के शीर्ष नेताओं मोदी और शाह ने बंगाल के कई दौरे करके ममता की जबर्दस्त घेराबंदी की थी। भाजपा ने टीएमसी के कई नेताओं को तोड़कर ममता को कमजोर बनाने की कोशिश भी की थी। हालांकि नंदीग्राम में चोट लगने के बाद ममता बनर्जी भी लगातार भाजपा के आरोपों का जवाब देती रहीं और मोदी और शाह पर हमला करती रहीं।
चुनावी नतीजों की घोषणा के बाद विभिन्न इलाकों में हिंसा, नारदा घोटाले, मुख्य सचिव के तबादले और राज्यपाल जगदीप धनखड़ को लेकर ममता और केंद्र के रिश्ते और तनावपूर्ण हो गए। इसके बावजूद उन्होंने पुरानी परंपरा निभाते हुए इस बार भी मोदी और शाह को आमों का तोहफा भेजा है।
मोदी को कुर्ते और मिठाइयां भी भेजती हैं ममता
वैसे ममता प्रधानमंत्री मोदी के पास सिर्फ आम ही नहीं भेजती बल्कि वे हर साल पीएम मोदी को कुर्ते भी भेंट करती रही हैं। अभिनेता अक्षय कुमार को दिए खास इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने खुद इस बात का खुलासा किया था।
उनका कहना था कि सार्वजनिक रूप से दीदी मुझ पर चाहे जितने आरोप लगा लें मगर वे हर साल मुझे भेंट में कुर्ते भेजना नहीं भूलतीं। पीएम मोदी के मुताबिक बंगाल की मिठाइयां काफी प्रसिद्ध हैं और मुझे भी बंगाल के मिठाइयों काफी पसंद हैं। दीदी को इस बात की पूरी जानकारी है। इसलिए वे हमेशा बंगाल की मिठाइयों का तोहफा भी मेरे पास भेजा करती हैं।