गृहमंत्री अमित शाह के बयान से तिलमिलाई टीएमसी, पहुंची चुनाव आयोग
TMC : पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर उपचुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।
TMC : पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर उपचुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। टीएमसी ने कहा कि पेट्रापोल कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी को बदनाम करने के इरादे से अपमानजनक टिप्पणी की है।
TMC अध्यक्ष सुब्रत बख्शी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र लिखा है। अपने पत्र में कहा कि गृहमंत्री ने एक आधिकारिक कार्यक्रम में राजनीतिक टिप्पणी की है, जो निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए कोड के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने चुनाव आयोग से चुनाव वाले जिले में आधिकारिक कार्यक्रम में आचार संहिता के उल्लंघन के लिए उन्हें तुरंत कारण बताओ नोटिस जारी करने की मांग की है।
आरोप बेबुनियाद
वहीं, बीजेपी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि टीएमसी लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि जब टीएमसी के पास कहने के लिए कुछ नहीं है, तो वह चुनाव आयोग जरिए जवाब देने की कोशिश कर रही है।
ये दिया था बयाना
बता दें कि अमित शाह ने रविवार को कोलकाता में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पश्चिम बंगाल में तृणमूल सरकार पर घुसपैठ को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि घुसपैठ के कारण पूरे में अशांति फैली हुई है, इस पर रोक लगाने का एकमात्र तरीका 2026 में टीएमसी सरकार को उखाड़ फेंकना है। उनहोंने यह भी आरोप लगाया था कि केंद्र द्वारा पश्चिम बंगाल को भेजे गए धन का एक बड़ा हिस्सा पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार के कारण हड़प लिया गया है।
13 नवंबर को होगा उपचुनाव
बता दें कि पश्चिम बंगाल की छह विधानसभा सीटों (सीताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तलडांगरा) पर उपचुनाव होना है, ये सभी सीटें लोकसभा चुनाव 2024 में विधायकों के सांसद बन जाने से रिक्त हो गईं थी। 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सिर्फ मदारीहाट विधानसभा सीट जीती थी, अन्य पांच सीटों पर टीएमसी ने जीत हासिल की थी। यहां 13 नवंबर को उपचुनाव होगा और 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे। चुनाव की तारीखों की घोषणा के साथ ही 15 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।