लेडी डॉक्टर के मोबाइल में कैद था डॉक्टरों का ये गंदा कारनामा, डिलीट न करने पर संदीप घोष ने दी थी अंजाम भुगतने की धमकी

Kolkata Rape Murder Case: महिला डाक्टर का कहना था कि वह आरजी कर में इस तरह की हरकत और इस तरह के काम को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। और महिला डाक्टर का यही स्टैंड उसकी जान की आफत बन गई।

Written By :  Ashish Kumar Pandey
Update:2024-09-24 14:02 IST

Kolkata Rape Murder Case   (photo: social media )

Kolkata Rape Murder Case: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कालेज में महिला डाक्टर से रेप और मर्डर का मामला देश भर में सुर्खियों में रहा। इस जघन्य घटना का देश भर में विरोध हुआ और इसका नतीजा यह हुआ कि इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपनी पड़ी। सीबीआई ने अब इस मामले में बड़ा दावा किया है। महिला डाक्टर की मेडिकल कालेज के जिस कांफ्रेंस हाल में रेप के बाद हत्या की गई। वहां पर डाक्टर अक्सर मांस व शराब की पार्टी करते थे। यही नहीं उसके आपरेशन थिएटर में डाक्टर अक्सर रंगरेलियां मनाते थे। बकायदा इसमें प्रशिक्षु डाक्टरों को भी बुलाया जाता था।

इस मामले की जांच कर रही सीबीआई के सूत्रों ने महिला डाक्टर से रेप और मर्डर को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है कि महिला डाक्टर ने डाक्टरों के रंगरेलियां बनाने का वीडिया अपने स्मार्टफोन में बना लिया था और वह इस मामले को विशेष मंच पर उठाने की चेतावनी दी थी। महिला डाक्टर का कहना था कि वह आरजी कर में इस तरह की हरकत और इस तरह के काम को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। और महिला डाक्टर का यही स्टैंड उसकी जान की आफत बन गई।

जब इस बात का पता आरजी कर अस्पताल के तत्काली प्रिंसिपल संदीप घोष को पता चला तो उन्होंने महिला डाक्टर से उसके स्मार्टफोन से उस वीडियो को डिलीट करने का दबाव बनाया। यही नहीं वीडियो डिलीट न करने पर महिला डाक्टर को इसका अंजाम भुगनते की धमकी भी दी गई।


सीबीआई की जांच में सामने आया है कि महिला डाक्टर से रेप और मर्डर के बाद संदीप घोष ने अपने निजी सहायक व नेशनल मेडिकल कालेज के डेटा एंट्री आपरेटर प्रसून चट्टोपाध्याय को फोन करके बुलाया था और प्रसून को पीड़िता के स्मार्टफोन से वीडियो डिलीट करने के लिए कहा। इसके बाद प्रसून ने घोष के चैंबर में स्मार्टफोन को कंप्यूटर से कनेक्ट कर वीडियो को डिलीट कर दिया था। प्रसून एक मोबाइल साफ्टवेयर विशेषज्ञ भी है।


18 डिवाइस की हुई क्लोनिंग

सीबीआई की जांच में रोजाना कोई न कोई नया खुलासा होता ही जा रहा है। सीबीआई आरजी कर अस्पताल के वित्तीय भ्रष्टाचार मामले की भी जांच कर रही है। जांच एजेंसी का दावा है कि मोबाइल, लैपटाप, हार्ड डिस्क, मेमोरी कार्ड सहित कम से कम 18 डिजिटल उपकरणों को क्लोन किया गया है। सीबीआई इसकी जांच में जुटी है। जांच एजेंसी का मानना है कि उन उपकरणों में मौजूद दस्तावेज से अहम जानकारियां मिल सकती हैं।

वहीं अलीपुर कोर्ट स्थित सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सोमवार को अस्पताल के वित्तीय भ्रष्टाचार के मामले में पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, आपूर्तिकर्ता सुमन हाजरा, बिप्लब सिंह और संदीप के सुरक्षा गार्ड अफसर अली को 14 दिन की जेल हिरासत में भेजने का आदेश दिया।



Tags:    

Similar News