Bihar: पटना में आंगनबाड़ी सेविकाओं का जोरदार प्रदर्शन, विधानसभा के बाहर मची अफरातफरी
Bihar News: उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। सदन की ओर जाने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए उनपर पानी की बौछार की गई।
Bihar News: बिहार में विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो चुका है। सत्र के दूसरे दिन आज यानी मंगलवार 7 अक्टूबर को आंगनबाड़ी सेविकाओं ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। सैंकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी सेविकाएं विधानसभा के बाहर पहुंच गईं। उनके उग्र प्रदर्शन को देखते हुए पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए। सदन की ओर जाने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए उनपर पानी की बौछार की गई।
विधानसभा के बाहर जबरदस्तर अफरातफरी मच गई। बड़ी संख्या में महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। पुलिस के साथ हुई झड़प में एक आंगनबाड़ी सेविका बेहोश हो गई। जिसे ई-रिक्शा पर लादकर अस्पताल ले जाया गया। इसके अलावा कुछ अन्य कार्यकर्ताओं को भी चोट लगने की खबर है। दरअसल, पटना में आंगनबाड़ी सेविका सहायिका संघ का एक महीने से आंदोलन जारी है। वे अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रही हैं।
प्रशासन की सख्ती पर भड़कीं आंगनबाड़ी सेविका
इस आंदोलन को लेकर प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। जिला प्रशासन की ओर से उन सभी आंगनबाड़ी सेविकाओं के सेंटर पर नोटिस चिपकाए गए, जो-जो इस आंदोलन का हिस्सा बनी हुई हैं। उन्हें जल्द से जल्द सेंटर को खोलने को कहा गया अन्यथा कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी गई। इससे भड़कीं आंगनबाड़ी सेविकाओं ने सोमवार को पटना के पुनपुन में सड़क पर घंटों विरोध प्रदर्शन किया था। उन्होंने सरकार को यह भी चेतावनी दी कि अगर उनकी मागें नहीं मानी गईं तो अगले चुनाव में सबक सिखाया जाएगा।
विधानसभा में आज पेश किया जाएगा जाति सर्वे का रिपोर्ट
सरकार की ओर से मंगलवार को विधानमंडल के दोनों सदनों (विधानसभा और विधान परिषद) में जाति सर्वे की रिपोर्ट पेश करेगी। संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी इसे पेश करेंगे। इस रिपोर्ट पर बिहार के साथ-साथ राज्य के बाहर भी जमकर राजनीति हो रही है। यहां सत्तारूढ़ महागठबंधन जहां इसे अपनी बड़ी कामयाबी के तौर पर दिखा रहा है। वहीं, विपक्ष का आरोप है कि इसमें जातियों के आंकड़ों से छेड़छाड़ की गई है। यादव और मुस्लिम को जानबूझकर अधिक संख्या में दिखाया गया है। यहां तक कि जदयू और कांग्रेस के कुछ नेता तक इस पर सवाल उठा चुके हैं। पिछले दिनों बिहार दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी आंकड़ों पर सवाल उठाते हुए नीतीश-लालू पर निशाना साधा था।