तेजस्वी-चिराग संबंधी लालू के बयान पर सियासी घमासान, जदयू और भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया

Bihar Politics: लालू के बयान के बाद जदयू और भाजपा ने राजद पर हमला बोला है। दोनों दलों ने कहा कि अब तेजस्वी और और चिराग के एकजुट होने से भी बिहार की सियासत में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shreya
Update:2021-08-05 18:20 IST

लालू यादव-नीतीश कुमार (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

Bihar Politics: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की ओर से तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और चिराग पासवान (Chirag Paswan) को लेकर दिए गए बयान के बाद बिहार में सियासी घमासान तेज हो गया है। लालू प्रसाद यादव ने चिराग पासवान को लोजपा का असली नेता बताते हुए कहा है कि बिहार की सियासत में तेजस्वी और चिराग को मिलकर संघर्ष करना चाहिए।

इस बीच चिराग पासवान ने लालू यादव के बयान के लिए आभार जताया है। उनका कहना था कि लालू प्रसाद यादव मेरे अभिभावक की तरह हैं। चिराग पासवान के इस बयान के बाद बिहार में इसके सियासी मायने तलाशे जा रहे हैं।

लालू के इस बयान के बाद जदयू और भाजपा ने राजद पर हमला बोला है। दोनों दलों ने कहा कि अब तेजस्वी और और चिराग के एकजुट होने से भी बिहार की सियासत में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। ये दोनों नेता मिलकर भी एनडीए को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकते क्योंकि एनडीए पहले से ज्यादा मजबूत और एकजुट है।

तेजस्वी और चिराग (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

तेजस्वी और चिराग बदलेंगे बिहार का समीकरण

दरअसल हाल के दिनों में लालू प्रसाद यादव ने अपनी सियासी सक्रियता बढ़ा दी है और वे विपक्षी दलों को गोलबंद करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। लालू ने पिछले हफ्ते एनसीपी के मुखिया शरद पवार से मुलाकात के बाद हाल में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बिहार के वरिष्ठ नेता शरद यादव से मुलाकात की है। शरद यादव से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में लालू ने कहा कि कुछ सांसदों की बगावत से लोजपा की सेहत पर कोई असर नहीं पड़ने वाला और पार्टी के असली नेता चिराग पासवान की अगुवाई में पार्टी पहले की तरह ही मजबूत है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में चिराग पासवान और मजबूत बनकर उभरेंगे।

लालू ने कहा कि बिहार में चिराग और तेजस्वी को मिलकर संघर्ष करना चाहिए। उन्होंने कहा कि तेजस्वी और चिराग के साथ आने से बिहार के सियासी समीकरणों में बदलाव होगा। उन्होंने कहा कि चिराग और तेजस्वी की एकजुटता से बिहार के सियासी समीकरण पर काफी असर पड़ेगा।

सियासी सक्रियता बढ़ने के साथ ही लालू यादव के तेवर भी बदले-बदले नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान अब भी कमजोर नहीं हैं। माना जा रहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की ओर से दिए गए बयान का बिहार में आने वाले दिनों में काफी असर पड़ेगा। लालू के बयान के संबंध में पूछे जाने पर चिराग ने उन्हें अपना अभिभावक बताया है।

उपेंद्र कुशवाहा (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

कुशवाहा ने एनडीए को मजबूत और एकजुट बताया

लालू यादव के बयान के बाद बिहार में सियासी घमासान शुरू हो गया है। जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अब चिराग और तेजस्वी यादव की एकजुटता से भी बिहार की सियासत में कोई अंतर नहीं आएगा। बिहार तरक्की की राह पर चल पड़ा है। ऐसे में चिराग और तेजस्वी मिलकर भी एनडीए पर भारी साबित नहीं होंगे।

उन्होंने तंज कसते हुए यहां तक कह डाला कि बिहार में एनडीए पहले से भी काफी मजबूत हो चुका है और इन दोनों युवा नेताओं की एकजुटता से भी कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। कुशवाहा ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के कई नेता मेरे संपर्क में हैं और इनमें से कई नेता आने वाले दिनों में जदयू की सदस्यता लेने वाले हैं। तब राजद को अपनी असली ताकत का पता लग जाएगा।

दोनों नेता मिलकर भी कुछ नहीं कर पाएंगे

दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार के डिप्टी सीएम तारकेश्वर प्रसाद का कहना है कि एनडीए को अपने काम पर भरोसा है और इसी कारण एनडीए को लोगों का समर्थन भी लगातार मिल रहा है। बिहार के डिप्टी सीएम ने कहा कि एनडीए में शामिल दल बिहार के विकास की कोशिश में जुटे हुए हैं और ऐसे में चिराग और तेजस्वी मिलकर भी कुछ नहीं कर पाएंगे। जनता इन दोनों नेताओं का असली चेहरा देख चुकी है और इस कारण इन दोनों नेताओं के एक साथ आने से भी कोई फर्क नहीं पड़ेगा।

चिराग पासवान (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

चिराग के अगले कदम की बेसब्री से प्रतीक्षा

इस बीच चिराग और तेजस्वी के साथ आने की वकालत किए जाने से राजद में काफी खुशी देखी जा रही है। लालू यादव के बयान के बाद राजद नेताओं का कहना है कि चिराग और तेजस्वी का गठजोड़ आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए बड़ी मुसीबत बनेगा। राजद के तमाम नेताओं ने तेजस्वी और चिराग के साथ आने की वकालत की है।

माना जा रहा है कि चिराग और तेजस्वी की एकजुटता का संदेश देकर लालू यादव ने एक तीर से कई निशाने साधने की कोशिश की है। लोजपा में इन दिनों चिराग खुद को काफी कमजोर महसूस रहे हैं क्योंकि उन्हें छोड़कर पार्टी के सभी लोकसभा सांसदों ने अलग गुट बना लिया है। अब वे पूरी तरह अलग-थलग और अकेले पड़ते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। सियासी जानकारों के मुताबिक राजद की ओर से चिराग के अगले कदम की प्रतीक्षा की जा रही है। पिछले दिनों राजद नेता श्याम रजक ने भी उनसे नई दिल्ली में मुलाकात की थी और उन्हें तेजस्वी यादव का संदेश भी दिया था। सूत्रों के मुताबिक अंदरखाने सियासी गतिविधियां काफी तेज हैं और आने वाले दिनों में इसका नतीजा दिख सकता है।

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