Bihar News: कटिहार में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की पोस्टर जलाई गईं, समाधान यात्रा पर आए थे सीएम
Bihar News: मुख्यमंत्री से मिलने और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी लेकिन सीएम नीतीश का काफिला उनसे मिले बिना आगे निकल गया।
Bihar News: रविवार को समाधान यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीमांचल के कटिहार जिले में पहुंचे। मुख्यमंत्री से मिलने और उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी लेकिन सीएम नीतीश का काफिला उनसे मिले बिना आगे निकल गया। जिस पर स्थानीय जनता भड़क गई और सड़क पर बवाल काटना शुरू कर दिया। सीएम और डिप्टी सीएम के स्वागत में लगाए गए बड़े – बड़े पोस्टरों को नाराज लोगों ने आग के हवाले कर दिया।
दिघरी पंचायत पहुंचे थे - सीएम
मिली जानकारी के मुताबिक, सीएम नीतीश कुमार समाधान यात्रा के क्रम में कटिहार जिले के दिघरी पंचायत पहुंचे थे। पहले से कार्यक्रम के मुताबिक, उन्होंने विभिन्न स्थलों का दौरा किया। सूबे के मुखिया के दौरे को देखते हुए बड़ी संख्या में वहां पर स्थानीय लोग उन्हें अपनी समस्या से रूबरू करवाने के लिए जमा थे। लेकिन मुख्यमंत्री का काफिला ना जाते वक्त रूका और ना आते वक्त। लोगों के हाथों में शिकायती खत धरे के धरे रह गए।
लोगों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ की नारेबाजी
इससे वहां का माहौल गरमा गया। नाराज लोगों ने मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क पर बवाल काटना शुरू कर दिया। सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के पोस्टरों को आगे के हवाले कर दिया गया। हालांकि, पुलिस-प्रशासन के लिए राहत की बात ये थी कि मुख्यमंत्री के जाने के बाद बवाल शुरू हुआ।
सारण जिले में भी हुआ था सीएम का विरोध
इससे पहले सारण जिले में भी समाधान यात्रा के क्रम में सीएम नीतीश को विरोध का सामना करना पड़ा था। मुख्यमंत्री जब कार्यक्रम खत्म कर पटना लौट रहे थे, तभी एक युवक उनके काफिले के रास्ते में खड़ा होकर काला झंडा दिखाने लगा। आनन-फानन में पुलिसकर्मियों ने युवक को हिरासत में लेकर मुख्यमंत्री का रूट क्लियर किया। बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 5 जनवरी से समाधान यात्रा पर हैं। बिहार में उनकी ये 14वीं यात्रा है, जो 7 फरवरी तक चलेगी। सीएम नीतीश अभी तक 16-17 जिलों का भ्रमण कर चुके हैं। हालांकि, उनकी इस यात्रा पर विपक्षी बीजेपी और जनसुराज यात्रा पर निकले राजनीतिक रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर हमलावर हैं।