Bihar News: लालू के इशारे पर चल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, नेता प्रतिपक्ष का तंज

Bihar News Today: नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है। सम्राट चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार रबड़ स्टांप मुख्यमंत्री हैं।

Newstrack :  Network
Update: 2022-10-20 08:47 GMT

नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी। (Social Media)

Bihar: बिहार सरकार (Bihar Government) द्वारा कोर्ट में दायर किए गए रिव्यू पिटीशन (review petition) को वापस लेने के बाद सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। भाजपा (BJP) के नेता लगातार सीएम नीतीश कुमार (CM Yogi Adityanath) और महागठबंधन की सरकार पर हमला कर रहे हैं। अब नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी (Leader of Opposition Samrat Choudhary) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा है। सम्राट चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि नीतीश कुमार रबड़ स्टांप मुख्यमंत्री हैं। वह लालू यादव के इशारे पर चल रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि पूरी जदयू ही राजद के इशारे पर काम कर रही है।

नेता प्रतिपक्ष ने अति पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष पद पर उठाए सवाल

नेता प्रतिपक्ष ने अति पिछड़ा आयोग के अध्यक्ष पद पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जिस शख्स का 15 दिन पहले ही बायपास सर्जरी हुआ। वह अध्यक्ष का काम कैसे कर सकता है। जबकि दिसंबर तक चुनाव कराना है। अति पिछड़ा आयोग किसी सिटिंग जज को बनाना चाहिए था। लेकिन यहां पर तो जेडीयू और आरजेडी के नेताओं को ही अध्यक्ष और सदस्य चुन लिया गया है। सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार राज्य में अति पिछड़ों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।

नगर निकाय चुनाव को खारिज करने पर बना दिया आयोग: नेता प्रतिपक्ष

नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने देश हित में ट्रीपल टेस्टिंग के लिए राज्य सरकारों से आयोग बनाने को तब इनके कानों तले जू नहीं रेंग रहा था। इनके रवैया को ध्यान में रखते हुए हाई कोर्ट ने नगर निकाय चुनाव को खारिज कर दिया तब इन्होनें रात के अंधेरे में आयोग बना दिया। इससे पता चलता है कि न्याय और अति पिछड़ों की जीत हुई है और माननीय पलटू जी की जबरदस्त हार हुई है।

सुमो का सवाल- नुकसान की भरपाई कौन करेगा?

वहीं इससे पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार को मुंह की खानी पड़ी। नीतीश कुमार बिहार की जनता से माफी मांगे। हाई कोर्ट में सरकार को झुकना पड़ा और आयोग बनाकर आरक्षण देने और दिसम्बर के पहले निकाय चुनाव कराने की बात माननी पड़ी। सुमो ने सवाल पूछते हुए कहा कि नीतीश कुमार की जिद के चलते निकाय चुनाव बीच में रुकने से अतिपिछड़ों के जो करोड़ों रुपये नुकसान हुए, उसकी भरपायी कौन करेगा ?

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