लालू का शाही इलाज: रिम्स के 18 कमरे खाली, गरीब मरीज फर्श पर लेटने को मजबूर

झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। इस अस्पताल में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के शाही इलाज की व्यवस्था..

Update:2020-07-26 09:45 IST

अंशुमान तिवारी

रांची: झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में कोरोना मरीजों के इलाज की व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। इस अस्पताल में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के शाही इलाज की व्यवस्था की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद भाजपा ने भी हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोला है। अस्पताल का हाल यह है कि वार्ड में बेड की कमी के चलते आम आदमी फर्श पर लेटने को मजबूर है, वहीं लालू प्रसाद यादव‌ के लिए शाही व्यवस्था की गई है। लालू को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए अस्पताल में 18 कमरों को पूरी तरह खाली रखा गया है।

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कोरोना से बचाने के लिए कमरे खाली

झारखंड में महागठबंधन की सरकार राजद मुखिया की सुख सुविधा का पूरा ख्याल रख रही है। राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिंग्स में लालू प्रसाद यादव का इलाज चल रहा है। अस्पताल में कोरोनाव से संक्रमित मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है और लालू प्रसाद यादव को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए मुकम्मल व्यवस्था की गई है।

लालू प्रसाद को कोरोना मरीजों से दूर रखने के लिए ही 18 कमरे खाली पड़े हुए हैं। इस मामले का खुलासा होने के बाद सियासी बवाल मचा हुआ है। हालांकि रिम्स का प्रबंधन इस मामले में कुछ भी बोलने से बचने की कोशिश में जुटा हुआ है।

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अस्पतालों में नहीं मिल रहे बेड

देश के अन्य राज्यों की तरह झारखंड में भी कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण अस्पतालों में बेड की कमी की समस्या पैदा हो गई है। बेड न होने के कारण तमाम मरीज फर्श पर लेट कर इलाज कराने को मजबूर हैं। ऐसे में लालू के इलाज की शाही व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।

मरांडी ने शाही इलाज पर उठाए सवाल

भाजपा विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मराठी में इस संबंध में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को चिट्ठी लिखकर लालू के लिए वीवीआईपी व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले के चार मामलों में सजायाफ्ता हैं और विभिन्न बीमारियों का शिकार होने के कारण रिम्स में इलाज कराने के लिए भर्ती हैं। झारखंड में हेमंत सोरेन की महागठबंधन सरकार में राजद भी शामिल है और इसी कारण लालू के इलाज की शाही व्यवस्था की गई है।

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सरकार की कृपा से 18 कमरे बंद

मरांडी का कहना है कि महागठबंधन में राजद के शामिल होने के कारण की यह शाही व्यवस्था की गई है नहीं तो रिम्स में एक साधारण कैदी की तरह उनका भी इलाज हो रहा होता। उन पर सरकार की कृपा होने के कारण ही 18 कमरों को बिना वजह बंद रखा गया है। मरांडी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में इन कमरों को बंद रखने पर सवाल उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि एक तरफ मरीजों को बेड के लिए परेशानी झेलनी पड़ रही है और दूसरी ओर 18 कमरों को शाही व्यवस्था के तहत बंद रखा गया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि आखिर किसकी शह पर यह कदम उठाया गया है।

लालू के वार्ड में एक भी मरीज नहीं

रिम्स के जिस वार्ड में लालू प्रसाद यादव भर्ती हैं उसमें एक भी मरीज नहीं रखा गया है। लालू यादव का लंबे समय से रिम्स में इलाज किया जा रहा है। उन्हें कई गंभीर बीमारियों की शिकायत है। लालू के कब्जे में रिम्स के पेइंग वार्ड के 18 कमरे हैं।

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गरीबों को भेज रहे निजी अस्पताल

रिम्स में इलाज के लिए आने वाले कोरोना मरीजों को बेड न होने की बात बता कर दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट किया जा रहा है। गरीब मरीज कम खर्चे की आस में सरकारी अस्पताल में भर्ती होना चाहते हैं मगर उन्हें बेड की कमी बताकर निजी अस्पतालों में भेजा जा रहा है। इस कारण गरीब मरीजों को तमाम दिक्कतें उठानी पड़ रहे हैं जबकि गरीबों के मसीहा बताए जाने वाले लालू शाही इलाज का सुख भोग रहे हैं।

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