Anti-tank Missile Helina: भारत ने एन्टी टैंक मिसाइल 'हेलिना' का किया सफल परीक्षण, 7 किमी की मारक क्षमता

Anti-tank Missile Helina: भारत ने स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर द्वारा स्थानीय रूप से विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'हेलिना' का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया गया है।

Report :  Rajat Verma
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-04-12 10:36 IST

Helina missile (फोटो-सोशल मीडिया)

Anti-tank Missile Helina: रक्षा मंत्रालय द्वारा साझा की गई सूचना के मुताबिक भारत ने स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर द्वारा स्थानीय रूप से विकसित एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल 'हेलिना' का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया गया है। हेलीकॉप्टर आधारित यह हेलिना मिसाइल करीब 7 किमी तक की दूरी तय कर लक्ष्य पर हमला करने में सक्षम है।

परीक्षण के दौरान हेलिना मिसाइल ने इन्फ्रारेड इमेजिंग सीकर सिस्टम द्वारा निर्देशित व ऊंचाई पर रखे गए एक नकली टैंक को अपने लक्ष्य के रूप में निशाना बनाया। इस दौरान हेलिना मिसाइल के परीक्षण के दौरान रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) तथा भारतीय वायु सेना द्वारा संयुक्त रूप से परीक्षण की निगरानी की गई।

DRDO द्वारा हेलिना मिसाइल को लेकर दी गई जानकारी के मुताबिक, यह मिसाइल दिन और रात के साथ-साथ किसी भी मौसम में पूर्ण सटीकता के साथ काम करने में सक्षम है तथा 7 किमी की रेंज के भीतर विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच के साथ दुश्मन के टैंकों को मार गिरा सकती है।

इसी के साथ डीआरडीओ ने हेलिना मिसाइल की खूबियां गिनाते हुए इसे दुनिया का सबसे उन्नत एन्टी टैंक गाइडेड मिसाइल बताया है।

हेलिना एन्टी टैंक मिसाइल को हैदराबाद स्थित रक्षा अनुसंधान और विकास प्रयोगशाला (DRDL) द्वारा DRDO के मिसाइल और रणनीतिक प्रणाली (Missiles and strategic system) तथा थलसेना और वायु सेना दोनों में हेलिकॉप्टरों के साथ एकीकरण के लिए विकसित किया गया है।

आपको बता दें कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कुछ दिनों पूर्व ही भारत द्वारा हथियारों के निर्माण में आत्मनिर्भरता लाने की बात कही गई थी। रक्षा मंत्री ने उस दौरान कहा था कि तकनीकी से लैश यह हथियार जो दूसरे देशों से बनकर आते हैं इन्हें हैक करना आसान हो सकता है, जिसके चलते आने वाले समय में अब भारत अपने हथियारों का निर्माण स्वयं करेगा।

इसी के मद्देनज़र भारत ने पिछले सप्ताह ही 101 हथियारों की एक नई सूची प्रकाशित की थी, जो अगले पांच वर्षों में चरणबद्ध तरीके से निर्मित किए जाएंगे, हल्के टैंक, नौसैनिक हेलीकॉप्टर और माउंटेड आर्टिलरी गन सिस्टम, आदि विशेष हथियार शामिल हैं।

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