Indio-China Conflict: आर्मी चीफ मनोज पांडे का खुलासा, बताया आखिर क्या चाहता है चीन, क्या है उसकी मंशा

Indio-China Conflict: बीते दो सालों से भारत-चीन के बीच संघर्ष तेज है। अब भारत के नए आर्मी चीफ (Army Chief) जनरल मनोज पांडे ने हालिया हालातों पर खुलकर बातें की।

Written By :  aman
Published By :  Rakesh Mishra
Update: 2022-05-10 06:40 GMT

Army Chief Manoj Pandey (File Photo)

Indio-China Conflict: भारत के पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line Of Actual Control) को लेकर विवाद लंबे समय से है। मगर, बीते दो सालों से भारत-चीन के बीच संघर्ष तेज है। अब भारत के नए आर्मी चीफ (Army Chief) जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) ने हालिया हालातों पर खुलकर बातें की। नए आर्मी चीफ ने बताया कि चीन सीमा मुद्दे को बरकरार रखना चाहता है। वह किसी भी तरह सीमा विवाद का समाधान चाहता ही नहीं है।  

बता दें कि, भारत के नए आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे में हफ्ते भर पहले ही कार्यभार संभाला है। पहली बार उन्होंने भारत और चीन मुद्दे पर खुलकर बात की और बताया कि हमारे पड़ोसी मुल्क की मंशा क्या है।  

और क्या बताया आर्मी चीफ ने? 

देश के नए आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) ने बताया कि भारतीय सैनिक चीन सीमा पर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। भारतीय सैनिकों की तैनाती उसी अनुसार की गई है। आर्मी चीफ बोले, 'भारतीय सेना का मकसद अप्रैल 2020 से पहले की यथास्थिति को बहाल करना है। साथ ही, उन्होंने कहा सीमा पर तैनात सैनिकों को उनके काम में दृढ़ रहने के दिशा निर्देश भी दिए गए हैं। 

आर्मी चीफ को बातचीत के जरिए समाधान की उम्मीद

आर्मी चीफ मनोज पांडे  ने आगे कहा, कि भारत और चीन (India and China) के बीच राजनयिक (Diplomatic) और सैन्य वार्ता (Military Talks) के परिणामस्वरूप पैंगोंग झील (Pangong Lake), गोगरा (Gogra) और गलवान (Galwan) में गश्ती केंद्र 14 के उत्तर और दक्षिणों तट से सैनिकों को हटा लिया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा, 'हम बाकी क्षेत्रों में भी बातचीत के जरिए समाधान निकलने की उम्मीद करते हैं।'  

'LAC पर भारतीय जवान बने हैं' 

आर्मी चीफ मनोज पांडे ने पत्रकारों को बताया कि, भारतीय सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी LAC पर महत्वपूर्ण स्थानों पर बने हैं। उन्होंने बताया कि, सेना वर्तमान में किसी भी स्थिति का सामना करने के लिए तैयार और मजबूत स्थिति में है। आर्मी चीफ ने कहा, 'मुख्य मुद्दा सीमा विवाद का समाधान है। हम देखते हैं, कि चीन की मंशा सीमा विवाद को बरकरार रखने की है। एक देश के रूप में हमें एक संपूर्ण राष्ट्र वाले दृष्टिकोण की आवश्यकता है। सैन्य क्षेत्र में, यह वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति को बदलने के किसी भी प्रयास को रोकने और उसका मुकाबला करना है।'

हमारा उद्देश्य विश्वास और शांति स्थापित करना   

उल्लेखनीय है कि, पूर्वी लद्दाख में 4 से 5 मई 2020 को भारत-चीन के बीच गतिरोध शुरू हुआ था। भारत गतिरोध से पहले की यथास्थिति बरकरार रखने पर जोर देता आ रहा है। भारतीय आर्मी चीफ ने कहा, कि 'हमारा उद्देश्य दोनों पक्षों के बीच विश्वास और शांति स्थापित करना है। मगर, यह मामला एकतरफा नहीं हो सकता। मनोज पांडे ने कहा, 'हमारे सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर महत्वपूर्ण स्थानों पर बने हुए हैं। जहां तक हालात का सवाल है, सैनिकों को अपने काम में दृढ़ रहने और यथास्थिति को बदलने के प्रयासों को रोकने के निर्देश दिए गए हैं।'

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