Article 370 पर दिग्विजय के बयान पर घिरी कांग्रेस, BJP ने दी मेनिफेस्टो में वादा करने की चुनौती
Article 370 : दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के कांग्रेस के सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 बहाल (Article 370 Ki Bahali) करने संबंधी बयान के बाद भाजपा (BJP) ने हमलावर रुख अपना लिया है।
Article 370: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के कांग्रेस के सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 बहाल (Article 370 Ki Bahali) करने संबंधी बयान के बाद भाजपा (BJP) ने हमलावर रुख अपना लिया है। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला (Farooq Abdullah) ने जहां दिग्विजय के इस बयान का स्वागत किया है वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने इस पूरे मामले पर चुप्पी साध रखी है।
इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने कहा कि कांग्रेस को इस मुद्दे पर खुलकर अपनी राय बतानी चाहिए। यदि पार्टी की यही राय है तो उसे खुलकर दिग्विजय के बयान (Digvijay Singh Ka Bayan) का समर्थन करना चाहिए। उन्होंने कांग्रेस को चुनौती (BJP Challenge Congress) दी यदि पार्टी में हिम्मत है तो उसे अपने घोषणापत्र में सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 बहाल () करने का वादा करना चाहिए। Article 370 In Manifesto
कन्नी काटते दिखे कांग्रेस नेता
दरअसल दिग्विजय सिंह ने एक क्लब हाउस चैट (Digvijay Singh Club House Chat Leak) के दौरान एक पाकिस्तानी पत्रकार से सत्ता में आने पर अनुच्छेद 370 को फिर से बहाल की बात कही थी। उनका यह भी कहना था कि अनुच्छेद 370 हटाते समय लोकतांत्रिक मूल्यों का पालन नहीं किया गया। इस बातचीत के लीक होने के बाद भाजपा ने कांग्रेस पर जोरदार हमला बोल दिया वहीं कांग्रेस नेता खुलकर इस मुद्दे पर कुछ भी बोलने से बचते हुए दिखे।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सिर्फ इतना कहा कि जम्मू कश्मीर की स्थिति पर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की ओर से एक रेजॉल्यूशन पास किया गया था। कांग्रेस का वही स्टैंड है और वरिष्ठ नेताओं को उस रेजॉल्यूशन को देखना चाहिए।
दूसरी ओर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि अब अनुच्छेद 370 बहाल करने की कोई बात नहीं है, लेकिन जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की कोशिश अवश्य की जाएगी। कांग्रेस के किसी अन्य वरिष्ठ नेता की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर खुलकर कोई बात नहीं कही गई है।
दिग्विजय को मिला फारुक का साथ
वैसे बयान के बाद दिग्विजय सिंह को नेशनल कांफ्रेंस के मुखिया और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर फारुक अब्दुल्ला ने शुक्रिया अदा किया है। उनका कहना है कि दिग्विजय सिंह ने कश्मीर के लोगों की भावनाओं को ठीक ढंग से महसूस किया है। उन्होंने उम्मीद जताई की सरकार अनुच्छेद 370 हटाने के मसले पर दोबारा विचार करेगी।
भाजपा ने खोला चौतरफा मोर्चा
दूसरी ओर दिग्विजय के बयान के बाद ही भाजपा ने चौतरफा मोर्चा खोल दिया है। भाजपा नेता संबित पात्रा का कहना है कि दिग्विजय पाकिस्तान की हां में हां मिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को दिग्विजय के बयान पर अपना नजरिया स्पष्ट करना चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि कांग्रेस बताए कि क्या उसकी भी यही सोच है?
केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह ने भी हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस का पहला प्यार पाकिस्तान ही है। सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस कश्मीर हथियाने में पाकिस्तान की मदद करने में जुटी हुई है।
पाक का हिमायती होने का आरोप
भाजपा के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस आज भी पाकिस्तान का पक्ष लेने से नहीं चूकती। उन्होंने कहा कि मुझे दिग्विजय सिंह के बयान पर हैरानी नहीं हुई है क्योंकि कांग्रेस की नीति और नीयत का सच यही है। मध्य प्रदेश भाजपा ने तो दिग्विजय सिंह के खिलाफ एनआईए से जांच कराने की मांग की है। पार्टी का कहना है कि पाकिस्तान के साथ दिग्विजय सिंह की मिलीभगत का खुलासा किया जाना चाहिए।
कांग्रेस से रुख स्पष्ट करने की मांग
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि यदि पार्टी की यही राय है तो उसे इसका खुलकर समर्थन करना चाहिए। उन्होंने उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस में हिम्मत है तो उसे अपने घोषणापत्र में यह वादा करना चाहिए कि सत्ता में आने पर पार्टी अनुच्छेद 370 को फिर बहाल करेगी।
मोदी ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब दिग्विजय सिंह ने देश विरोधी बयानबाजी की है। इससे पहले वे बटाला हाउस मुठभेड़ कांड में आतंकियों को शहीद बता चुके हैं। उन्होंने पुलवामा में आतंकी विस्फोट की घटना को भी दुर्घटना बताकर सीमा पार से प्रायोजित आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान का बचाव किया था और अब उन्होंने जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली की बात कहकर पाकिस्तान के सुर में सुर मिलाया है।
अनुच्छेद 370 की बहाली की हिम्मत नहीं
भाजपा नेता ने कहा कि सच्चाई तो यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विरोध करते-करते कांग्रेस भारत विरोधी पार्टी बन चुकी है। वह थाली में परोसकर कश्मीर को पाकिस्तान को उपहार में देना चाहती है। कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि दिग्विजय सिंह ने जो बयान दिया है उस पर पार्टी का आधिकारिक स्टैंड क्या है? उन्होंने कहा कि पूरा देश अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर एकजुट है और अब किसी की हिम्मत नहीं है कि वह कश्मीर में अनुच्छेद 370 की बहाली कर सके।