Ashwani Kumar Resigns: अश्विनी कुमार के इस्तीफे के बाद जी-23 फिर मुखर, वरिष्ठ नेताओं ने जताई आत्ममंथन की जरूरत

Ashwani Kumar Quits Congress: वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा समेत कई नेताओं का कहना है कि अश्विनी कुमार का इस्तीफा पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shreya
Update: 2022-02-16 08:07 GMT

अश्विनी कुमार (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

Ashwani Kumar Quits Congress: पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार (Ashwani Kumar) के इस्तीफे के बाद पार्टी का असंतुष्ट खेमा जी-23 एक बार फिर मुखर हो उठा है। वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और आनंद शर्मा (Anand Sharma) समेत कई नेताओं का कहना है कि अश्विनी कुमार का इस्तीफा (Ashwani Kumar Resignation) पार्टी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। समय-समय पर कांग्रेस हाईकमान (Congress High Command) को नसीहत देने वाले जी-23 के नेताओं (G-23 Leaders) का कहना है कि पार्टी में आत्ममंथन की जरूरत है।

जी23 से जुड़े हुए नेता पार्टी नेतृत्व की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं है। उन्होंने अगस्त 2020 में पार्टी में बदलाव के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को चिट्ठी भी लिखी थी। उन्होंने पार्टी में एक स्थायी अध्यक्ष (Congress Permanent President) की मांग भी उठाई थी। हालांकि नेताओं की मांग पर अभी तक पार्टी नेतृत्व की ओर से कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है। 

गुलाम नबी आजाद (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

आजाद ने जताई इस्तीफों पर चिंता

पूर्व कानून मंत्री और वरिष्ठ नेता अश्विनी कुमार ने मंगलवार को पार्टी से इस्तीफा (Ashwani Kumar Resigns) दे दिया था। उन्होंने करीब चार दशक तक कांग्रेस (Congress) में रहकर काम किया और ऐसे में उनके इस्तीफे के बाद जी 23 के नेताओं को एक बार फिर हमले का मौका मिल गया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह काफी चिंताजनक है कि एक के बाद एक पार्टी नेता लगातार इस्तीफा दे रहे हैं।

उन्होंने कहा कि कई पूर्व केंद्रीय मंत्री भी पार्टी छोड़ चुके हैं। यदि पूरे देश की बात की जाए तो काफी संख्या में नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर दूसरे दलों का दामन थाम लिया है। उन्होंने कहा कि पार्टी नेताओं की ओर से लगातार दिया जा रहा इस्तीफा बड़ी चिंता का विषय बन गया है।

आजाद ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के पार्टी से लगातार इस्तीफे के कारण को तलाशा जाना चाहिए। यह नहीं कहा जाना चाहिए कि किसी दूसरी पार्टी या किसी अकेले शख्स की वजह से पार्टी नेताओं के लगातार इस्तीफे हो रहे हैं। निश्चित तौर पर पार्टी में कुछ कमी होगी जिस कारण वरिष्ठ नेता लगातार इस्तीफा देने पर मजबूर हुए हैं। 

मनीष तिवारी (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

इस्तीफों पर आत्ममंथन करना जरूरी

जी-23 से जुड़े पार्टी के दो और वरिष्ठ नेताओं आनंद शर्मा और मनीष तिवारी (Manish Tewari) ने भी अश्विनी कुमार के इस्तीफे पर चिंता जताई है। आनंद शर्मा ने इस बाबत ट्वीट करते हुए कहा कि अश्विनी कुमार के इस्तीफे से मुझे दुख पहुंचा है। उन्होंने करीब चार दशक तक पार्टी के लिए काम किया मगर एक ही झटके में पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उनकी ओर से उठाया गया यह कदम काफी चिंता का विषय है। मनीष तिवारी ने भी अश्विनी कुमार के इस्तीफे पर गंभीर चिंता जताई।

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) ने भी अश्विनी कुमार के इस्तीफे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि कुमार मेरे पुराने मित्र रहे हैं और उनका कांग्रेस छोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण है।

आजाद, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी तीनों का कहना है कि पार्टी नेताओं की ओर से लगातार दिए जा रहे इस्तीफे पर पार्टी को आत्ममंथन करना चाहिए। इस्तीफों के कारण की तह में जाना जरूरी है। इन तीनों नेताओं की ओर से पार्टी में बड़े बदलाव की मांग को लेकर हाईकमान को पहले ही चिट्ठी लिखी गई थी। वैसे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने बदलाव की दिशा में अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है। 

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