भाजपा का स्थापना दिवसः तैयारियां जोरदार, PM मोदी देंगे बड़ा संदेश
6 अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
अंशुमान तिवारी
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के स्थापना दिवस को जोरदार तरीके से मनाने के लिए पार्टी स्तर पर विभिन्न राज्यों और जिलों में जोरदार तैयारियां की जा रही हैं। 6 अप्रैल को पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे।
पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सुबह 10:30 बजे पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देंगे। माना जा रहा है कि वे पार्टी कार्यकर्ताओं को भविष्य की योजनाओं के संबंध में दिशा निर्देश देंगे। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी पार्टी की भावी योजनाओं का खाका खींचेंगे।
पीएम मोदी का संबोधन कल
भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को की गई थी। पार्टी पहले भी स्थापना दिवस के कार्यक्रम को जोरदार तरीके से मनाती रही है और पीएम मोदी इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संदेश देते रहे हैं। इस बार भी वे मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और पार्टी की नीतियों और सरकार की ओर से चलाई जा रही विकास योजनाओं के बारे में जानकारी देंगे।
पीएम मोदी का संबोधन पार्टी की सभी सोशल मीडिया साइट फेसबुक, टि्वटर, यूट्यूब के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं तक पहुंचाया जाएगा। उत्तर प्रदेश में इन दिनों पंचायत चुनाव की जोरदार तैयारियां चल रही हैं और प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव भी होने हैं। इस कारण पार्टी की ओर से उत्तर प्रदेश में स्थापना दिवस के कार्यक्रम को लेकर विशेष तैयारियां की गई हैं।
विभिन्न जिलों में जोरदार तैयारियां
देश के विभिन्न जिलों में स्थापना दिवस के कार्यक्रम को लेकर पार्टी की ओर से तैयारी की गई है। पांच चुनावी राज्यों को छोड़कर पीएम मोदी के भाषण के लिए सभी राज्यों के कार्यालय और जिला कार्यालयों में बड़ी स्क्रीन लगाई जाएगी। इसके अलावा कुछ अन्य प्रमुख स्थानों पर भी बड़ी स्क्रीन के जरिए मोदी का संबोधन प्रसारित किया जाएगा। पार्टी की ओर से राज्य मुख्यालयों के अलावा मंडल स्तर पर भी विशेष तैयारी की जा रही है।
1980 में हुई थी भाजपा की स्थापना
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में 6 अप्रैल 1980 को भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की गई थी। वाजपेयी को पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था और उसके बाद लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी की कमान संभाली थी। आडवाणी के बाद डॉ मुरली मनोहर जोशी पार्टी के अध्यक्ष बने थे। पार्टी को मजबूत बनाने में इन तीनों नेताओं का महत्वपूर्ण योगदान माना जाता रहा है।
पार्टी की स्थापना के बाद हुए पहले आम चुनाव में पार्टी को विशेष कामयाबी नहीं मिल सकी थी। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 में हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने सहानुभूति लहर के दम पर बड़ी कामयाबी हासिल की थी और भाजपा सिर्फ दो सीटों पर सिमट गई थी।
अयोध्या आंदोलन ने दी भाजपा को संजीवनी
उसके बाद अयोध्या आंदोलन ने पार्टी को नई संजीवनी दी। चुनाव दर चुनाव भाजपा लगातार मजबूत होती गई। अयोध्या आंदोलन में पार्टी को इतनी मजबूती दी कि अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पार्टी सरकार बनाने में कामयाब रही।
2014 के चुनाव में पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला और फिर 2019 में भी पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में लौटने में कामयाब रही। 2014 में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र में सरकार बनाने के बाद पार्टी और मजबूत हुई है और पार्टी की पहुंच ऐसे राज्यों तक में हो गई है जहां पहले उसे कमजोर माना जाता था।