हिमाचल सीमा पर चीन की बड़ी साजिश, CM जयराम ने किया बड़ा खुलासा

Himachal: चीन हिमाचल के साथ लगने वाली तिब्बत सीमा पर तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने की कोशिश में जुटा हुआ है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shreya
Update:2021-06-01 10:49 IST

सीएम जयराम ठाकुर (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

China's Conspiracy: पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में साल भर से भारत के साथ सीमा विवाद (Border Dispute) में उलझा चीन (China) हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के साथ लगने वाली तिब्बत सीमा (Tibet Border) पर भी नई साजिश रच रहा है। चीन यहां पर तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर (Infrastructure) बढ़ाने की कोशिश में जुटा हुआ है। चीन ने अपने इलाके में ऊंचाई वाले स्थानों से निगरानी गतिविधियां भी बढ़ा दी हैं। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने यह जानकारी देते हुए बताया कि चीन की बढ़ती गतिविधियों के संबंध में वे केंद्र सरकार (Central Government) को अवगत कराएंगे।

मालूम हो कि हाल में अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के सीमावर्ती इलाकों में भी चीन की नई शरारत उजागर हुई है। अरुणाचल सीमा से सटे इलाकों में भी चीन की हलचल बढ़ी है और वह अपना बुनियादी ढांचा मजबूत करने की कोशिश में जुटा हुआ है।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (फाइल फोटो साभार- सोशल मीडिया)

केंद्र सरकार को देंगे पूरी जानकारी

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने हाल में लाहौल स्पीति जिले के शामडो में भारत-चीन सीमा क्षेत्र (Indo-China Border Area) का दौरा किया था। ठाकुर का कहना है कि सीमा के पास सड़कें बनाने समेत कुछ निर्माण गतिविधियों की जानकारी मिलने के बाद वे सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा करने गए थे।

उन्होंने कहा कि यह बात पूरी तरह सच है कि चीन हमारे सीमा क्षेत्र के पास तिब्बत से सटे इलाके में अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की कोशिश में जुटा हुआ है। चीनी सेना ने ऊंचाई पर सड़क मार्ग से निगरानी गतिविधियां भी शुरू कर दी हैं। हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह इस बाबत केंद्र सरकार से पूरी जानकारी साझा करेंगे।

कांग्रेस को राजनीति न करने की सलाह

हाल में कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कुलदीप राठौड़ (Kuldeep Rathore) ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि चीन की निर्माण गतिविधियां बढ़ने के कारण ग्रामीणों में असुरक्षा की भावना पैदा हो गई है। सीमावर्ती इलाके का दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इन आरोपों में कोई दम नहीं है और कांग्रेस नेता को सीमा से जुड़े मुद्दों पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

हालांकि उन्होंने यह बात स्वीकार की कि सीमावर्ती इलाकों में चीनी सैनिकों की गतिविधियां बढ़ी हैं। उन्होंने चीन की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा कि केंद्र सरकार की ओर से इस बाबत उचित कदम उठाया जाएगा।

भारतीय-चीनी सैनिक (फोटो साभार- सोशल मीडिया)

लद्दाख में अभी तक जारी है गतिरोध

पिछले साल गर्मी के दिनों में भारत और चीन की सेनाओं के बीच लद्दाख में जमकर टकराव हुआ था और इस दौरान दोनों ओर के कई सैनिक मारे गए थे। दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद भी अभी तक गतिरोध पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। पूर्वी लद्दाख के भीतरी इलाकों में चीनी सेना के अभ्यास की खबरें आई हैं।

इसके साथ ही चीनी सेना अपने ढांचे को मजबूत करने और अपने क्षेत्र में ब॔करों का निर्माण करने में भी जुटी हुई है। पूर्वी लद्दाख में चीनी सेना के अभ्यास और सक्रियता को देखते हुए भारतीय सेना भी अलर्ट मोड पर है। भारतीय सेना चीन की किसी भी हरकत का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस बीच अरुणाचल प्रदेश के सीमावर्ती इलाकों से भी चीनी सेना की हरकत बढ़ने की खबर आ रही है।

तिब्बत पर जारी दस्तावेज से बड़ा खुलासा

चीन की ओर से तिब्बत पर जारी दस्तावेज में सीमावर्ती क्षेत्रों के विकास और लोगों के जीवन में सुधार करने पर जोर दिया गया है। चीन का कहना है कि हिमालय क्षेत्र सामरिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण है और यह 4000 किलोमीटर लंबी बाहरी सीमा साझा करता है।

दस्तावेज के मुताबिक चीनी सरकार सीमावर्ती इलाकों का विकास पर लोगों का जीवन स्तर सुधारने की कोशिश में जुटी हुई है। माना जा रहा है कि अरुणाचल प्रदेश और हिमाचल प्रदेश के के सीमावर्ती इलाकों में भी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना चीन की इसी मुहिम का हिस्सा है। इस खुलासे के बाद चीन के लद्दाख की तरह ही अन्य सीमावर्ती इलाकों में भी विवाद की स्थितियां स्थितियां पैदा करने की आशंकाओं को बल मिला है।

भूटान में चीन की घुसपैठ, बसाया नया गांव

इस बीच ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने भूटान में चीन की घुसपैठ का सनसनीखेज खुलासा किया है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया के मुताबिक चीन ने भूटान के अंदर 8 किलोमीटर तक घुसपैठ कर ली है। चीन की ओर से बसाए गए ग्यालाफुग गांव में चीन ने पुलिस स्टेशन और आर्मी बेस के साथ पावर प्लांट, गोदाम और कम्युनिस्ट पार्टी का ऑफिस तक बना डाला है।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने एक रिसर्च जनरल में छपी रिपोर्ट के हवाले पर यह खुलासा किया है। रिपोर्ट के मुताबिक चीन के कब्जे वाले इस गांव में सौ से ज्यादा लोग डेरा डाले हुए हैं और निर्माण कार्यों से जुटे वर्कर्स का भी आना-जाना लगा हुआ है।ऑस्ट्रेलियाई मीडिया की इस रिपोर्ट में भी इस इलाके के भारत के अरुणाचल प्रदेश से लगे होने का जिक्र किया गया है।

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